इटखोरी : रांची से आ निगरानी की टीम ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर काम कर रहे लेखापाल मनीष कुमार को 1500 रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा़ निगरानी टीम के सदस्य लेखापाल को गिरफ्तार कर अपने साथ रांची ले गये, जहां से उसे होटवार जेल भेज दिया गया़ वहीं चतरा के सिविल सजर्न सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि लेखापाल को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया गया है.
दो हजार मांगी थी रिश्वत : निगरानी ममता वाहन के मालिक परसौनी निवासी विक्रम प्रसाद साव की शिकायत पर कार्रवाई की़ निगरानी के अधिकारियों ने बताया कि लेखापाल ने ममता वाहन के संचालक विक्रम साव से बकाया राशि भुगतान के नाम पर 2000 रुपये रिश्वत की मांग की थी़ विक्रम ने पांच सौ रुपये चार दिन पहले दिया था़ शेष राशि 1500 रुपये गुरुवार को देना था. स्वास्थ्य विभाग से विक्रम साव को ममता वाहन संचालन के बदले 23 हजार 14 रुपये का भुगतान किया जाना था़ इसके लिए लेखापाल ने रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत साव ने निगरानी विभाग में की थी़
निगरानी टीम का नेतृत्व विशेष दंडाधिकारी राजीव रंजन तथा निगरानी के डीएसपी वर्नवात तिर्की कर रहे थ़े टीम में इंस्पेक्टर शिवकुमार पाठक, किशोर तिर्की, सकलदेव राम सहित कुल 16 सदस्य शामिल थे.
इटखोरी में दूसरी कार्रवाई : निगरानी की टीम की इटखोरी प्रखंड में यह दूसरी कार्रवाई है़ सात साल पूर्व 21 अप्रैल 2007 को निगरानी ने छापामारी कर तत्कालीन सीडीपीओ शीला कुमारी को घूस लेते पकड़ा गया था़ टीम ने सीडीपीओ के आवास से साढे 12 लाख रूपये जब्त किये थ़े उस दौरान यह मामला काफी चर्चा का विषय बना हुआ था़