19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड : एक ही परिवार के चार लोगों की मौत, तीन की हालत गंभीर

दु:खद : सुबह देर तक नहीं जगे, तो पड़ोसियों ने ली खबर दुमका : दुमका जिले के सदर प्रखंड की मुडभंगा पंचायत के सिदपहाड़ी गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में परिवार के मुखिया बासुकिनाथ दे और उसके तीन बच्चे पुत्री जियामुनि कुमारी (14), पुत्र जियाराम दे (11), […]

दु:खद : सुबह देर तक नहीं जगे, तो पड़ोसियों ने ली खबर
दुमका : दुमका जिले के सदर प्रखंड की मुडभंगा पंचायत के सिदपहाड़ी गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में परिवार के मुखिया बासुकिनाथ दे और उसके तीन बच्चे पुत्री जियामुनि कुमारी (14), पुत्र जियाराम दे (11), पुत्री ललिता कुमारी (08) शामिल हैं. एक बच्चे मुकुल (5) की स्थिति खतरे से बाहर है. जबकि पत्नी रिंकू देवी (38) और मां राय देवी (65) की स्थिति नाजुक बनी हुई है. सभी को बेहतर इलाज के लिए पहले तो स्थानीय सदर अस्पताल के आइसीयू में भर्ती कराया गया, फिर वहां से धनबाद रेफर कर दिया गया.
मिली जानकारी के अनुसार सुबह नौ बजे तक लोगों ने बासुकिनाथ दे के घर का दरवाजा बंद देखा, तो लोगों को शक हुआ. उनकी बड़ी बेटी की दोस्त ट्यूशन जाने के लिए उसे लेने पहुंची, तो घर का दरवाजा बंद देखा. ट्यूशन में भी वह नहीं पहुंची थी. इसके बाद उसकी सहेली ने काफी आवाज दी. दरवाजा नहीं खुलने पर चहारदीवारी फांद कर कुछ लोग अंदर घुसे. चहारदीवारी के अंदर घुसने पर कमरे का दरवाजा भी बंद दिखा. जिसे तोड़ा गया, तो सारे लोग बेसुध थे.
सभी लोगों की हालत खराब थी. लोगों ने सभी को सदर अस्पतालपहुंचाया. जहां बासुकिनाथ दे और उसके तीन बच्चे पुत्री जियामुनि कुमारी, पुत्र जियाराम दे, पुत्री ललिता कुमारी को मृत घोषित कर दिया गया. सदर अस्पताल के डीएस डॉ दिलीप केशरी ने कहा कि प्रथम दृष्टया मौत विषाक्त भोजन से हुई लगता है.
एक कमरे में सोये थे सभी : बासुकिनाथ का पूरा परिवार एक ही कमरे में बीती रात सोया था. कमरे में चौकी लगी हुई थी, जिसमें बच्चे सोये थे. नीचे पुआल बिछा हुआ था, उसमें भी कुछ लोग सोये थे. ठंड से बचने के लिए बोरसी (अलाव) भी जलाया गया था. बोरसी में कोयला व गोबर के बने गुल जलाये गये थे.
विषाक्त भोजन से या बंद कमरे में घुटन से गयी जान!
बचा हुआ खाना, पानी व दवाइयों की जांच होगी: एक ही कमरे में सोये चार लोगों की मौत तथा तीन अन्य के बीमार पड़ जाने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है.
डॉक्टरों के मुताबिक मौत की दो वजह हो सकती है, पहला भोजन में कहीं कुछ गिर तो नहीं गया था, जिससे वह विषाक्त हो गया. दूसरी वजह यह हो सकती है कि ठंड से बचने के लिए जो बोरसी जलायी गयी, उससे घुटन हो सकती है.
एसपी मयूर पटेल व डीडीसी शशि रंजन भी बासुकिनाथ दे के घर पहुंच कर बारीकी से पड़ताल की. कहा कि रात के बचे हुए खाना, कमरे में मौजूद पीने का पानी, दवाइयां आदि लैब में जांच के लिए भेजा जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें