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रात को लौटा गांव से और दिन में हो गयी हत्या

धनबाद-धनसार. धनसार निवासी ट्रक ड्राइवर प्रदीप विश्वकर्मा का मंझला बेटा आकाश आइटीआइ पास था. उसका पैतृक गांव औरंगाबाद है. मंगलवार की रात ही वह अपने गांव से लौटा था. बुधवार को दिन में धनसार थाना के पीछे अपने दोस्त पीकू के घर में सो गया. दिन के दो बजे वह खून से लथपथ मिला. सूचना […]

धनबाद-धनसार. धनसार निवासी ट्रक ड्राइवर प्रदीप विश्वकर्मा का मंझला बेटा आकाश आइटीआइ पास था. उसका पैतृक गांव औरंगाबाद है. मंगलवार की रात ही वह अपने गांव से लौटा था. बुधवार को दिन में धनसार थाना के पीछे अपने दोस्त पीकू के घर में सो गया. दिन के दो बजे वह खून से लथपथ मिला. सूचना मिलने पर आकाश का भाई विकास समेत अन्य लोग घायल को धनसार थाना ले गये. पुलिस ने पीएमसीएच ले जाने की सलाह दी. पीएमसीएच पहुंचने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद से पीकू फरार है.
भाई को पार्टनर पर भी शक : आकाश के भाई विकास का कहना है कि आनंद व अजीत आकाश के पार्टनर थे. आकाश, आनंद व अजीत ने मिलकर कंपनियों में नौकरी लगाने के नाम पर युवकों से पैसे लिये थे. नौकरी नहीं मिलने पर पैसे वापसी के लिए लगातार धमकी दी जा रही थी. 10 दिनों से परेशान किया जा रहा था. इसी कारण आकाश को गांव भेज दिया गया था.
हत्या से थोड़ी देर पहले पुलिस ने थाना से भगा दिया था : विकास का कहना है कि धनसार पुलिस अगर उन लोगों की शिकायत सुन लेती तो भाई आकाश की जान बच सकती थी. उसने बताया कि पैसा वसूली के लिए दो दिन पहले जोड़ाफाटक से उसके पिता प्रदीप विश्वकर्मा को उठवा लिया गया था. उनलोगों के साथ आनंद सिंह भी था. आनंद के भाई के मटकुरिया रोड स्थित ऑफिस में पिता को ले जाया गया. वह साथ था. आनंद के भाई ने धमकी दी कि जिससे पैसा लिया है उसका लौटवा दो. आकाश ने ही पैसा लिया है. अगर पैसा नहीं लौटायेगा तो आकाश की कौन कहे परिवार के सभी लोगों को उठवा लिया जायेगा. कुछ भी हो सकता है. विकास के अनुसार इस मामले की शिकायत उसने धनसार थाना में की तो पुलिस ने नहीं सुनी. पूरा परिवार परेशान था. अाकाश को फोन कर गांव से बुलवाया गया. आकाश का कहना था कि पैसा आनंद व अजीत के पास ही रखा है. विकास अपने भाई आकाश को लेकर बुधवार को धनसार थाना गया था. थानेदार से मामले में हस्तक्षेप करने व दोनों पक्षों को बुलाकर मामला सलटाने का आग्रह किया. थाना से उन दोनों भाइयों को भगा दिया गया. आकाश थाना के पीछे अपने दोस्त बिट्टू के घर के बाहर बने कमरे में जाकर सो गया. बिट्टू लौटा तो आकाश को लहूलुहान देख शोर मचाते उसके घर आकर घटना की जानकारी दी. छोटा भाई प्रकाश ने विकास को मामले की फोन पर जानकारी दी. विकास मटकुरिया रोड से वहां पहुंचा.
जानकारी के अनुसार बैंक मोड़ मिट्ठू रोड के आनंद सिंह व गांधी नगर के अजीत सिंह के साथ मिलकर आकाश दो-तीन वर्षों से विभिन्न कंपनियों में नौकरी लगाने के नाम पर दर्जन भर से अधिक युवकों से पैसे वसूल रहा था. बदले में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और ड्रेस आदि तक दे देते थे. काम करने जाने पर उन्हें ठगी का अहसास होता था. पुलिस पंकज कुमार (विशुनपुर), सैफ अय्याज (वासेपुर), कुंदन कुमार मिश्र (चीरागोड़ा), रोहित कुमार (गांधीनगर) व मो इमरान (आरा मोड़) से धनसार थाना में पूछताछ कर रही है. इनलोगों कहना है कि नौकरी के नाम पर आकाश को पैसे दिये थे. कइयों को उसने आउटसोर्सिंग कंपनी का जाली ज्वानिंग लेटर भी दिया था. मोबाइल से बात करने पर तीन बजे पैसे लौटाने के लिए स्टेशन पर बुलाया था. पुलिस मामले में अनिल सिंह की भी तलाश कर रही है.
घटनास्थल पर पांच लोग थे
घटनास्थल पर पांच कप है जिसमें चाय पी गयी है. चना और मूढ़ी भी पायी गयी है. इससे पता चलता है कि घटना के वक्त पांच लोग थे. जिस घर में आकाश की हत्या हुई है उस घर में पीकू और उसकी पत्नी रहते हैं. पीकू की पत्नी का कहना है कि आकाश, उसके पिता प्रदीप व अन्य तीन लोग हमारे घर आये थे. उसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं मालूम.

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