रांची: बरियातू के रानी बगान स्थित सिंह टेंट हाउस के गोदाम में सोमवार दिन के 10.45 बजे भीषण आग लग गयी, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. देखते ही देखते आग की लपटों ने गोदाम के सटे किडजी स्कूल को अपनी चपेट में ले लिया. स्कूल में कोहराम मच गया. बच्चे रोने लगे. शिक्षक चिल्लाने लगे. स्कूल के निदेशक, शिक्षक, कर्मचारी व स्थानीय महिला-पुरुषों ने मिल कर स्कूल में पढ़ रहे 100 से अधिक बच्चों को बाहर निकाला. सूचना देने के करीब एक घंटे बाद एक-एक कर पांच दमकल की गाड़ियां पहुंची. शाम छह बजे आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका.
* निदेशक झुलसे : बच्चों को बाहर निकालने में स्कूल निदेशक आशीष आलोक, पड़ोसी विजय कुमार, एमआर मधु सुंदर प्रसाद, राहुल सिंह, ऋषि कुमार, बॉबी सहित कई लोगों ने मदद की. बच्चों को निकालने में निदेशक आशीष आलोक के दोनों हाथ झुलस गये. स्कूल के निदेशक, प्राचार्य निमिषा सिन्हा, शिक्षक, अन्य कर्मचारी व स्थानीय लोगों ने सबसे पहले पहले बच्चों को एक-एक कर स्कूल से निकाला. उसके बाद सभी अगल-बगल से पानी लाकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे.
* खिड़की-दरवाजे जले : स्कूल के एक तरफ की खिड़की व दरवाजे पूरी तरह जल गये. जिस समय घटना घटी, उस समय कुछ बच्चे टिफिन करने जा रहे थे, जबकि कुछ का क्लास में थे. बच्चों की किताब कॉपी क्लास में टेबल पर खुली पड़ी थी.
* बेहोश हो रही थीं मां : हाउसिंग कॉलोनी निवासी पंकज की पत्नी सूचना मिलने के बाद बदहवास स्कूल पहुंचीं. उन्हें बताया गया कि उसकी बच्ची ठीक है, फिर भी वह बार-बार बेहोश हो रही थी. जब बच्ची को उसके गोद में दिया गया तो वह शांत हुई. सूचना मिलने के बाद अन्य अभिभावक भी भागे-भागे स्कूल पहुंचे. स्कूल के बगल में रहनेवाले मधु सुंदर प्रसाद व विजय कुमार ने बताया कि आगजनी की सूचना मिलते ही वे लोग दौड़ कर स्कूल पहुंचे. बच्चों को दीवार पर चढ़ा दूसरी ओर उतारा. इस दौरान उन्हें चोट भी आयी. स्कूल की कई शिक्षिकाएं रो रही थी. बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन की सराहना की.
* कैसे लगी आग : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह झाड़ू देने के बाद नगर निगम की महिला कर्मचारी ने कूड़े को दो जगह जलाया. उसी की चिंगारी से गोदाम में आग लग गयी. धीरे-धीरे आग भयावह रूप ले ली. गोदाम में खाना बना रहे टेंट हाउस के कर्मचारी ने इसकी सूचना सिंह टेंट हाउस के संचालक राजेंद्र सिंह उर्फ विक्की सिंह को दी.
पुलिस ने भी फायर बिग्रेड को फोन कर जानकारी दी. वहीं, कुछ का कहना था कि टेंट हाउस के कर्मचारी वहां खाना बना रहे थे, उसी क्रम में आग लगी. रिषि कमल नामक व्यक्ति ने बताया कि उउसे 101 पर घटना के तुरंत बाद फोन किया, लेकिन फायर बिग्रेड एक घंटा लेट से पहुंचा. तब तक हमलोगों ने बच्चो को वहां से निकाल लिया था. वहीं, फायर ब्रिगेड के चालक महेंद्र सिंह ने कहा कि जाम के कारण पहुंचने में देर हुई थी. पहले डोरंडा फायर स्टेशन को ही सूचना मिली थी. बाद में एटीआई स्थित आड्रे हाउस को.
* चार लाख का नुकसान :सिंह टेंट हाउस के संचालक राजेंद्र सिंह उर्फ विक्की सिंह ने बताया कि इस आगलगी में करीब चार लाख रुपये का सामान जल कर स्वाहा हो गया.