उसके एकाउंट से कुल 71 लाख रुपये की निकासी और ट्रांसफर किये जा चुके हैं. 45 लाख रुपये लाली ने अपने भतीजे सतमी के एकाउंट में ट्रांसफर किये हैं. इसके अलावा उसने दो अन्य रिश्तेदार के एकाउंट में 21 लाख और पांच लाख रुपये ट्रांसफर किये हैं. महिला लाली देवी द्वारा बैंक पहुंच कर रुपये रिश्तेदारों के नाम पर ट्रांसफर किये जाने से संबंधित सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने देखे. फुटेज में लाली देवी के बैंक पहुंचने की पुष्टि हुई है. पुलिस ने लाली देवी का बयान भी लिया. उसने किसी बिचौलिये पर बैंक से रुपये निकाल कर हड़पने का आरोप नहीं लगाया है.
लाली देवी ने बताया कि मेरी पहली शादी गुटुआ निवासी सधनु मुंडा के साथ हुई थी. सधनु मुंडा से एक पुत्री हुई, जिसका नाम भी दशमी देवी है. सधनु की मौत के बाद मेरी दूसरी शादी धुंजुआ मुंडा के साथ हुई. धंजुआ मुंडा से भी लाली देवी को एक पुत्री हुई, जिसका नाम भी दशमी देवी है. लाली देवी ने बताया कि धंजुआ मुंडा की मौत के बाद मेरी देखभाल यही बेटी दशमी देवी और भतीजा करते हैं. इसलिए मैंने उन्हें मुआवजा में मिले रुपये दिये हैं. मेरी पहली शादी से हुई दशमी देवी का मुआवजा में कोई हिस्सा नहीं है.
इसलिए मैंने उसे कोई रुपये नहीं दिये. मैंने उसके खिलाफ मुआवजा राशि में मिले रुपये में हिस्सा मांगने और मारपीट करने के आरोप में 13 जून को पिठोरिया थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी थी. मामले में मुखिया पति लखन उरांव, अटल सिंह और कमलेश गोप की कोई संलिप्तता नहीं है. उन पर गलत आरोप लगाते हुए मेरे पहले पति की बेटी दशमी देवी ने शिकायत दर्ज करायी थी. इधर, पुलिस के अनुसार तीनों की संलिप्तता से संबंधित कोई तथ्य नहीं मिले हैं.