खूंटी जिले के अड़की में सोमवार को पुलिस ने छापेमारी कर बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया. वहीं, दूसरी ओर मुरहू में पीएलएफआइ के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया. एक ही दिन पुलिस को मिली दो सफलताओं से उनका मनोबल बढ़ा है. पुलिस की छापेमारी जारी है.
रांची/खूंटी: अड़की के गितिलबेड़ा जंगल में पुलिस ने छापेमारी कर सोमवार की सुबह माओवादियों के द्वारा छिपा कर रखे गये विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया है. बरामद विस्फोटकों में पावर जेल लिक्विड एक्सप्लोसिव के 15 पैकेट(कुल वजन 15 केजी), एक क्लेमोर बम (डायरेक्शनल एंड कमांड) वजन 20 केजी, जिलेटिन 25 पैकेट(कुल वजन तीन किलोग्राम), एक सुतली बम आदि शामिल है.
कैसे मिली सफलता : एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को सोमवार तड़के गुप्त सूचना मिली कि भाकपा माओवादियों ने काफी मात्रा में विस्फोटक गितिलबेड़ा जंगल में छुपा कर रखा है. एसपी के निर्देश पर एएसपी अनुराग राज, एसडीपीओ रणवीर सिंह, थानेदार अड़की हरिदेव प्रसाद, सीआरपीएफ 157 बटालियन, जिला पुलिस व सैप के सशस्त्र बल के जवानों ने सुबह आठ बजे के करीब जंगल में छापेमारी की. तलाशी के क्रम में एक जगह छिपा कर रखे गये विस्फोटक बरामद किये गये. क्लेमोर बम को पुलिस ने जंगल में ही डिफ्यूज कर दिया. जिले के इतिहास में यह दूसरी बार है कि पुलिस ने नक्सलियों के पास से उक्त शक्तिशाली बम बरामद किया है. वर्ष 2005 में भी पुलिस ने अड़की के बीरबांकी क्षेत्र में क्लेमोर बम बरामद किया था.
क्या है क्लेमोर बम : क्लेमोर बम का उपयोग नक्सली विशेष कर पेड़ में रख कर करते हैं. बैटरी से विस्फोट कराने के बाद यह बम सामने अपने रेंज में आनेवाले लोगों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाता है.