मढ़ौरा : कौशल विकास एवं उद्धमिता मंत्रालय के दिशा-निर्देश और देख रेख में कौशल विकास मिशन के तहत दिव्यांग जनो को प्रक्षिशण की व्यवस्था कर स्वरोजगार के लिये सक्षम कर समाज के मुख्य धारा मे सम्मान के साथ आत्मनिर्भर बनाने के लिये भारत सरकार प्रयत्नशील है. उक्त बाते शनिवार को केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रुडी ने मढ़ौरा के अनुमंडलीय अस्पताल परिसर मे दिव्यांगों के लिए आयोजित प्रक्षिशण/कृत्रिम अंग व सहायक उपकण वितरण पंजीकरण शिविर के शुभारम्भ के बाद उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुए कही. रूडी ने कहा कि मढ़ौरा के शिविर मे मढौरा, अमनौर और तरैया प्रखंड के दिव्यांग का पंजीकरण होगा.
ऐसे ही सभी प्रखंडों के लिये शिविर लगाये गये है. इसके अतिरिक्त छूटे हुए दिव्यांग लोगो के लिये 24 अगस्त को जिला मुख्यालय में शिविर लगा कर पंजीकरण किया जायेगा. दिव्यांग के लिये छपरा मे पांच करोड़ की लागत से सर्जिकल अस्पताल खुलेंगे. केंद्रीय मंत्री ने गरीब लोगो के प्रति भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिंता से अवगत कराते हुए गरीबों के लिये केन्द्र से मिलने वाली सुविधा एवं योजनाओं की चर्चा किया. दिव्यांगों के सही और सुविधा से सहायक कृत्रिम अंग बन सके. इसके लिये दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉक्टर अनूप श्रीवास्तव को बुलाया गया. केंद्रीय मंत्री रूडी ने कहा कि दिव्यांग एवं गरीबों के कल्याण के लिये केन्द्र की सरकार संकल्पित है. सभा को सम्बोधित करते हुये राज्य परिषद् के सदस्य राकेश कुमार सिंह, अमनौर विधायक शत्रुध्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा ने केंद्रीय मंत्री के प्रयासों की सराहना की.