वैशाली : बिदुपुरमें भटके हुए बाघ के जोड़े को देख महादलित बस्ती एवं आसपास के इलाकों में रहने वालों के बीच दहशत फैल गया है. ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि बाघ ने एक बालक को दबोचने का प्रयास भी किया है. ग्रामीणों की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी चौकस हो गयेहैं. वहीं आसपास के गांवों में भी इसकी सनसनी फैल गयी है.
प्रखंड के माइल पकड़ी महादलित बस्ती एवं भैरोपुर अति पिछड़ा बस्ती में ग्रामीणों ने भटके हुए बाध के जोड़े कोबीती रात रविवार को देखा. बाध के जोड़े को देख बस्ती में हड़कंप मच गया. रात्रि में ही प्रशासन को खबर किया गया. संसाधन की कमी के कारण सिर्फ जांच पड़ताल एवं वन विभाग को इसकी सूचना भर दी गयी.
जानकारी के मुताबिक पकड़ी के महादलित बस्ती में सबसे पहले बाध का जोड़ा देखा गया. बस्ती के अंकित कुमार पिता बिजेंद्र राम उम्र ग्यारह वर्ष घर से बाहर रात्रि के दस से ग्यारह के आसपास बाहर निकला. बाहर निकले बच्चे को देख एक बाघ उसकी ओर बढ़ातो उसने चिल्लाना शुरूकरदिया. उसकी आवाज पर इक्कट्ठे बनी झोपड़ीनुमा बस्ती से लोग निकल कर आये. दर्जनों चश्मदीद ने बाघ के जोड़े को देखा. लोगों की भीड़ एवं शोर को सुन बाघ के जोड़ा भैरोपुर अति पिछड़ा बस्ती की ओर बढ़ गया. इसकी खबर मिलते ही बस्ती वाले सारी रात जागते हुए समूह बनाकर धुमते रहे, ताकि बस्ती के सभी लोग सुरक्षित रहे.
महादलित बस्ती में सड़क भराई किये गये बालू पर एवं प्याज के खेती में पटवन वाले जमीन पर बाघ के पैरों के निशान पाये गये हैं. हालांकि वन विभाग के अधिकारी और कर्मी ही यहबता सकते हैं कि यह कौन से जानवर के पैरों का निशान है. फिर भी आसपास के लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गयी है.