जंदाहा : पैतृक संपत्ति में हक जताने पर पिता एवं चाचा ने विवाहिता पुत्री को प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए उकसाने पर विवाहित पुत्री ने विवश होकर गंगा में छलांग लगा दिया. नतीजतन जहां विवाहिता ने अपनी जान गवां दी, वहीं उसके पति कई दिनों से परेशान हैं. लेकिन गंगा नदी से उसकी पत्नी का शव भी बरामद नहीं हो सका है.
बताया गया कि जंदाहा थाने के अरनियां गांव निवासी मखिया देवी की मौत हो गयी थी.जिसके दाह संस्कार में शामिल होने महनार गंगा घाट पर मृतका की नतिनी मुसरीघरारी थाना के गंगापुर निवासी ममता कुमारी अपने पति प्रवीण कुमार के साथ पहुंची थी. बताया गया है कि ममता कुमारी का मायके महिंदवारा गांव में है.
दाह संस्कार के दौरान उसके पिता एवं चाचा भी अन्य ग्रामीणों के साथ गंगा घाट पर मौजूद थे. इसी दौरान ममता के पिता, चाचा एवं अन्य लोगों ने उसे गंगा किनारे बातचीत करने के लिए बुला कर अलग ले गये तथा ममता को उन सबों ने मानसिक रूप से प्रताडि़त करने लगे. इसी दौरान उन लोगों ने नानी के साथ ही मर जाने की बात कहते हुए कहा कि बाद में तुम परेशान करेगी तुम भी गंगा नदी में डूब कर मर जाओ हम लोग क्रिया क्रम कर देंगे.
बात बढ़ते देख एवं अपनी पत्नी को आरोपितों द्वारा आत्म हत्या के लिए प्रताडि़त करते हुए उकसाते देख जब उसके पति वहां पहुंचे उसी दौरान ममता ने गंगा नदी में छलांग लगा दी. उसकी नदी की धारा में काफी खोजबीन किया गया. किंतु उसका शव बरामद नहीं किया जा सका है.
मृतका के पति प्रवीण कुमार ने इस मामले में महिंदवाड़ा गांव निवासी राम सागर सिंंह, शिव प्रसाद सिंह, राम स्वरूप सिंह, शिव चंद्र सिंह, एवं मिथिलेश सिंह के विरुद्ध महनार थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने और मानसिक रूप से प्रताडि़त करने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. मृतक के परि ने घटना का कारण अपनी पत्नी को अपने पिता के संपत्ति में से हक समाप्त करने की साजिश बताया है. पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है.