हाजीपुर : वैशाली जिले की महिलाएं अपने संकल्प और संघर्ष की जीत से प्रफुल्लित हैं. 26 नवंबर का दिन जिले की उन सैकड़ों-हजारों महिलाओं की विजय का दिन था, जिन्होंने पीड़ा, प्रताड़ना और पिटाई से मुक्ति के लिए अपनी मुट्ठियां तानी थीं. शराब के खिलाफ महिलाओं का आक्रोश समय-समय पर फूटता रहा है.
कभी निजी तो कभी सार्वजनिक तौर पर. आक्रामक विरोध दर्ज कराती हुई महिलाओं ने कई जगहों पर अवैध शराब की भट्ठियां तक ध्वस्त डाली थीं. सदर थाना क्षेत्र की थाथन बुजुर्ग पंचायत, लालगंज और वैशाली समेत अन्य जगहों पर महिलाओं ने शराब के खिलाफ जबरदस्त आवाज उठायी थी. दूसरी ओर शहर के उन रंगकर्मियों, कलाकारों, साहित्यकारों ने शराबबंदी की घोषणा पर प्रसन्नता जतायी है,
जो शहर की सड़कों पर मदिरालय नहीं पुस्तकालय चाहिए और शराब नहीं किताब दो जैसे नारे लगाते फिरे हैं. महिला आंदोलन की नेता सुधा देवी, शांति देवी, चिंता मणि देवी समेत अन्य नेत्रियां तथा वरिष्ठ रंगकर्मी क्षितिज प्रकाश, रामजन्म राजन, युसुफ रफाकती आदि ने मुख्यमंत्री की शराबबंदी की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे अमली जामा पहनाने की बात कही.