लालगंज : लालगंज स्थित बसंता जहानाबाद घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हजारों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने नारायणी नदी में डुबकी लगायी. इसके लिए मंगलवार की शाम से ही श्रद्धालु नदी के पवित्र घाट पर पहुंच गये थे. रात भर गाड़ियों की आवाजाही होती रही.
घाट की व्यवस्था से जुड़े गणेश राय, पवन देव यादव, अनिल राय आदि ने बताया कि इस बार लगभग 40-45 हजार लोगों ने पवित्र नदी में डुबकी लगायी. पिछले दिनों लालगंज में हुए उपद्रव को देखते हुए पुलिस प्रशासन काफी चौकन्ना एवं चुस्त दिखा. गांधी चौक से मसजिद चौक होते हुए नारायणी नदी के बांध पर होते हुए घाट पहुंचने वाली सड़क पर मंगलवार की शाम से बुधवार की सुबह तक पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों की कैपिंग एवं गश्त जारी रही. वहीं स्नान घाट पर महिला अर्धसैनिकल बलों समेत पुलिस बल मौजूद थे. थानाध्यक्ष सुमन कुमार मॉनीटरिंग कर रहे थे.
पूर्व की घटना को लेकर श्रद्धालुओं ने अपने मार्ग बदले : लालगंज में हुई पूर्व की घटना और घटना स्थल होकर घाट जाने से सहमे हजारों श्रद्धालुओं ने रेपुरा स्थित पावर हाउस चौक एवं पोझियां स्थित पोझियां नहर चौक से अताउल्लाहपुर होते नारायणी नदी बांध का रास्ता पकड़ कर बसंता जहानाबाद घाट पहुंचे.
स्थानीय प्रशासन दिखा लापरवाह : घाट पर उमड़ने वाली भीड़ एवं सुरक्षा में लगे महिला-पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों की उपस्थिति के बावजूद स्थानीय प्रशासन ने एक भी चलंत शौचालय की व्यवस्था नहीं की, जिस कारण महिला सुरक्षा कर्मी व श्रद्धालु महिलाओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
घाट पर नहीं पहुंचे स्वास्थ्य कर्मी : हालांकि घाट पर स्नान के दौरान सब कुछ सामान्य रहा, परंतु घाट पर रेफरल अस्पताल के एक भी कर्मी की उपस्थिति नहीं रहने से स्थानीय लोगों में गुस्सा देखा गया.
बीडीओ-सीओ ने किया घाट का निरीक्षण : बीडीओ एवं सीओ स्नान के दौरान घाट का निरीक्षण करते देखे गये. वहीं प्रखंड कार्यालय द्वारा
गठित सेविका-सहायिकाओं की टीम घाट पर घूम-घूम कर स्नान करने वाली श्रद्धालु महिलाओं को सचेत करती देखी गयी.