हाजीपुर : लालगंज के लोगों की सूझबूझ और पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी से माहौल बिगड़ने से बच गया. लालगंज के मसजिद चौक के निकट वाहन दुर्घटना से हुई मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने आरोपित वाहन चालक और उसके भाइयों के घरों में आग लगा दी थी. वाहन चालक और मृतक व्यक्ति के दो भिन्न समुदाय का होने के कारण इस घटना से भड़के लोगों के गुस्से को कुछ लोगों ने अलग रंग देने की कोशिश की.
पब्लिक और पुलिस प्रशासन ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश नाकाम कर दी. राजेंद्र चौधरी नामक व्यक्ति के दरवाजे पर वाहन चढ़ा कर कुचल देने से नाराज लोगों ने सिर्फ आरोपित और उसके परिजनों पर ही अपना गुस्सा उतारा. बाकी किसी भी व्यक्ति के घर को उन लोगों ने निशाना नहीं बनाया. न ही किसी के साथ कोई बदसलूकी की गयी.
जैसा कि कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतक राजेंद्र चौधरी के साथ उक्त वाहन चालक, जो पड़ोस का ही है, का कुछ रोज पहले झंझट हुआ था और चालक ने अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. इसलिए इस घटना के बाद वाहन चालक और उसके परिजनों के खिलाफ लोगों का आक्रोशित होना स्वाभाविक था. लेकिन इस आक्रोश में भी एक प्रकार का संयम दिखा,
जिससे आसपास के अन्य लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ. गुस्से और आक्रोश के बावजूद लोग भीड़ में शामिल चंद शरारती तत्वों के बहकावे में नहीं आये. इस तरह नफरत की आग फैलने से पहले ही बुझा दी गयी.