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अनुमंडल नहीं बनाये जाने पर आक्रोश

हाजीपुर : लालगंज को अनुमंडल बनाने की चिर प्रतीक्षित मांग पूरी नहीं होते देख नागरिकों में आक्रोश है. बिहार में प्रस्तावित नये बीस अनुमंडलों की सूची में लालगंज का नाम नहीं देख निराश लोगों में आक्रोश है. लालगंज के नागरिक अब तक इस आशा में थे कि जब राज्य सरकार नये अनुमंडलों की घोषणा करेगी […]

हाजीपुर : लालगंज को अनुमंडल बनाने की चिर प्रतीक्षित मांग पूरी नहीं होते देख नागरिकों में आक्रोश है. बिहार में प्रस्तावित नये बीस अनुमंडलों की सूची में लालगंज का नाम नहीं देख निराश लोगों में आक्रोश है.
लालगंज के नागरिक अब तक इस आशा में थे कि जब राज्य सरकार नये अनुमंडलों की घोषणा करेगी तब इसे अनुमंडल का दर्जा मिल जायेगा, लेकिन सूची में यह नाम नदारद रहने के साथ ही कोई अन्य नाम नहीं रहने से भी लोगों में आक्रोश है.
क्या है स्थानीय लोगों की मांग : जिले के प्राचीनतम नगर निकायों एवं प्रखंडों में से एक लालगंज को अनुमंडल का दर्जा देकर लालगंज, भगवानपुर, वैशाली एवं पटेढ़ी बेलसर प्रखंड को इससे संबद्ध करने की मांग बहुत पुरानी मांग है और पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला ने चुनावी वादे के रूप में इस जन आकांक्षा को हवा भी दी थी.
कोई भी प्रखंड को नहीं मिला दर्जा : जिले के कुछेक संगठनों ने भौगोलिक दृष्टिकोण से लालगंज के बदले भगवानपुर को अनुमंडल का दर्जा देने एवं भगवानपुर से काट कर सराय को प्रखंड बनाते हुए पटेढ़ी, बेलसर, गोरौल, भगवानपुर, लालगंज एवं सराय प्रखंड को इससे संबद्ध करने की मांग को लेकर पिछले दिनों आंदोलन भी किये थे, लेकिन न तो लालगंज और न ही भगवानपुर को अनुमंडल का दर्जा मिला.
सरकार ने मांगी थी डीएम से रिपोर्ट : राज्य सरकार के संयुक्त सचिव ने अपने पत्रंक 8191 दिनांक 05/06/2012 के माध्यम से किसान मजदूर समन्वय समिति बिहार के अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह के पत्र का हवाला देते हुए जिला पदाधिकारी से आयुक्त तिरहुत प्रमंडल के माध्यम से लालगंज को अनुमंडल बनाये जाने के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी. इसके साथ ही राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव ने अपने पत्रंक 746 दिनांक 11/04/2012 के माध्यम से लालगंज को अनुमंडल एवं सराय और प्रेमराज को प्रखंड बनाने के संबंध में प्रतिवेदन मांगे थे.
लोगों की मांगें हुई तेज : सूची में लालगंज का नाम नदारद देख किसान मजदूर समन्वय समिति के अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को एक आवेदन देकर 35 वर्षो से लंबित इस मांग की दिशा में कार्रवाई की मांग की है. वहीं कई अन्य संगठन इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरने की तैयारी में हैं.
वर्तमान में है भारी विषमता : एक ओर महनार अनुमंडल में केवल महनार, देसरी एवं सहदेई प्रखंड शामिल है , वहीं सदर अनुमंडल में सदर के अलावा लालगंज, वैशाली, भगवानपुर, पटेढ़ी बेलसर, बिदुपुर और राघोपुर सात प्रखंड है जबकि महुआ अनुमंडल में महुआ, चेहराकलां, गोरौल, पातेपुर, जंदाहा और राजापाकर छह प्रखंड हैं. इसमें कुछ प्रखंडों एवं अनुमंडलों को भौगोलिक दृष्टिकोण से फिर से पुनर्गठित किये जाने की आवश्यकता है. पातेपुर प्रखंड जहां 38 पंचायतों का है वहीं पटेढ़ी बेलसर और देसरी 7-7 पंचायतों का.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
जब राज्य सरकार प्रशासनिक पुनर्गठन कर रही है, तब वैशाली जिले में भी जनसंख्या, भौगोलिक एवं प्रशासनिक सुविधा की दृष्टिकोण से गोरौल के प्रेमराज, भगवानपुर के सराय, पातेपुर के तिसिऔता आदि को प्रखंड एवं भगवानपुर या लालगंज को अनुमंडल का दर्जा मिलनी चाहिए.
मनोज कुमार, गुड़मिया
सराय को प्रखंड एवं नगर पंचायत का दर्जा देकर इसे लालगंज अनुमंडल से संबद्ध किया जाये तथा वैशाली, पटेढ़ी बेलसर, भगवानपुर को भी इससे जोड़ा जाये. लालगंज अनुमंडल के सभी अहर्ताओं को पूरा करता है.
नरेश प्रसाद साह, सराय बाजार

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