चिकित्सक, कंपाउंडर, नर्स व अनुसेवक का पद लंबे समय से रिक्त.
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एक ड्रेसर के सहारे संचालित हो रहा स्वास्थ्य केंद्र करजाइन बाजार
चिकित्सक, कंपाउंडर, नर्स व अनुसेवक का पद लंबे समय से रिक्त. जाना पड़ता है 12 किमी दूर सिमराही रेफरल अस्पताल करजाइन : एक तरफ सरकार समाज के हरेक व्यक्ति तक पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य सहित अन्य सेवा उपलब्ध कराये जाने हेतु कई तरह की योजना संचालित किया है. लेकिन इस विकास के दौर में राघोपुर […]
जाना पड़ता है 12 किमी दूर सिमराही रेफरल अस्पताल
करजाइन : एक तरफ सरकार समाज के हरेक व्यक्ति तक पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य सहित अन्य सेवा उपलब्ध कराये जाने हेतु कई तरह की योजना संचालित किया है. लेकिन इस विकास के दौर में राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के करजाइन बाजार स्थित राजकीय अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र एक ड्रेसर के सहारे चल रहा है. मालूम हो कि कई वर्ष पूर्व इस अस्पताल में चिकित्सक, कंपाउंडर, ड्रेसर, नर्स, अनुसेवक पदस्थापित थे. सभी संसाधन से युक्त स्वास्थ्य केंद्र में इस क्षेत्र के मरीज सहित दूर दराज के मरीज उपचार कराने आते थे. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण अस्पताल में चिकित्सक, कंपाउंडर, नर्स एवं अनुसेवक का पद काफी समय से खाली पड़ा है. जिस कारण इस क्षेत्र के मरीज स्वास्थ्य सेवा से वंचित हो रहे हैं. आलम यह है कि चिकित्सा के अभाव में करजाइन बाजार अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र शोभा की वस्तु बन कर रह गई है.
मरीजों को नापनी पड़ रही है लंबी दूरी: स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व कर्मियों के पदस्थापन नहीं किये जाने के कारण स्थानीय मरीजों को उपचार के लिए 12 किलोमीटर दूर स्थित सिमराही रेफरल अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है.
समस्या के बावत स्वास्थ्य केंद्र के भूदाता नारायण प्रसाद शारदा ,गोपाल कृष्ण शारदा एवं स्थानीय विक्रम सिंह, डॉक्टर रमेश प्रसाद यादव, मुखिया पूनम पासवान, लाजवंती रूपम, जूली कुमारी मेहता, बैदेही देवी ,सुबोध कुमार मेहता ,संजय बनर्जी ,कैलाश कुमार, तारा बनर्जी, झामू साह, अनिल कुमार स्वर्णकार, मनमोहन सिंह, प्रदीप कुमार आदि लोगों ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर खेद व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ किये जाने का अनुरोध किया है. साथ ही स्वास्थ्य मंत्री, क्षेत्रीय विधायक एवं जिला पदाधिकारी से आग्रह किया है कि करजाइन बाजार स्थित राजकीय अतिरिक्त स्वास्थ केंद्र में अविलंब चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति करायी जाय. ताकि मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके. लोगों ने यह भी कहा कि अगर शीघ्र हमलोगों की मांग को नहीं माना गया तो यहां के लोग सड़क पर उतरने व जनआंदोलन करने को बाध्य होंगे.
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