लापरवाही. विद्यालय प्रधान पर अनियमितता का आरोप, पढ़ाई पर प्रतिकूल असर
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मनमाने ढंग से होता है स्कूल का संचालन
लापरवाही. विद्यालय प्रधान पर अनियमितता का आरोप, पढ़ाई पर प्रतिकूल असर मध्य विद्यालय भीमपुर में शैक्षणिक माहौल रहने के बजाय यह विद्यालय राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है. वर्चस्व की जंग लड़ रहे इन दोनों पक्षों के बीच सुलह के लिए प्रशासनिक स्तर से यदि जल्द ही पहल नहीं की गई तो आने वाले दिनों […]
मध्य विद्यालय भीमपुर में शैक्षणिक माहौल रहने के बजाय यह विद्यालय राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है. वर्चस्व की जंग लड़ रहे इन दोनों पक्षों के बीच सुलह के लिए प्रशासनिक स्तर से यदि जल्द ही पहल नहीं की गई तो आने वाले दिनों में इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं.
छातापुर : प्रखंड क्षेत्र स्थित मध्य विद्यालय भीमपुर में शैक्षणिक माहौल रहने के बजाय यह विद्यालय राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है. जिस कारण नामांकित छात्रों के पठन-पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पर रहा है. स्थिति यह है कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बीच तलवार खींची हुई है और एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने का सिलसिला लगातार जारी है. विभाग या प्रशासनिक अधिकारी इस अराजक स्थिति को दूर करने में गंभीर नहीं हो पा रहा है
. वर्चस्व की जंग लड़ रहे इन दोनों पक्षों के बीच सुलह के लिए प्रशासनिक स्तर से यदि जल्द ही पहल नहीं की गई तो आने वाले दिनों में इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मानें तो प्रधानाध्यापक जयकुमार सिंह मनबढ़ु प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और नियम को ताक पर रखकर विद्यालय का संचालन अपने मनमरजी के मुताबिक करते हैं.
उच्च स्तर पर अपने पैरवी का दावा करने वाले प्रधानाध्यापक बात-बात पर बदली करवा देने की धमकी देते रहते हैं. उनकी दबंगता से छात्र अभिभावक के अलावे जनप्रतिनिधि ही नहीं विद्यालय के सहायक शिक्षक भी आतंकित रहा करते हैं. बताया जाता है कि लगातार निरीक्षण से नाराज प्रधानाध्यापक ने भीएसएस के अध्यक्ष पर एमडीएम में जहर डालकर फंसा देने की धमकी देने की शिकायत अधिकारियों से की थी. मामले की जांच में नतीजा सिफर ही रहा.
अवैध वसूली करते हैं प्रधान : गत माह में विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री सिंह पर छात्रों से अवैध वसूली का आरोप लगाया गया है.
मामले में दर्जनों छात्रों ने बीईओ छातापुर को लिखित आवेदन की प्रतिलिपि शिक्षा मंत्री सहित डीएम व डीईओ को भेजकर मामले की जांच करने तथा दोषी पर कार्रवाई की मांग की गई है. उक्त आवेदन पर भीएसएस अध्यक्ष, सरपंच व उपमुखिया के अलावे अभिभावकों के हस्ताक्षर भी अंकित है. आरोप लगाया गया है कि विद्यालय से नाम कट जाने पर नाम जोड़ने हेतु एफिडेविट के नाम पर प्रधान ने प्रति छात्र दो सौ से ढाई सौ रुपये की वसूली की, जिसका उन्होंने रसीद भी नहीं दिया. विद्यालय प्रबंधन पर दूसरा आरोप विद्यालय में कुव्यवस्था फैलाने का है. नवचयनित विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष, सचिव सहित सभी सदस्यों ने संयुक्त रूप से एक आवेदन बीईओ छातापुर को सौंप कर ऐसे शिक्षकों को अविलंब विद्यालय से हटाने की मांग की गई है. उक्त आवेदन पर उपमुखिया सहित दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर भी अंकित है. बताया गया है कि विद्यालय प्रधान श्री सिंह सहायक शिक्षक मणिबोध सिंह के साथ मिलीभगत कर विद्यालय संचालन में कुव्यवस्था फैलाये हुए हैं. पढ़ाई के समय शिक्षकों के साथ कार्यालय में बैठकर गप्पवाजी में व्यस्त रहते हैं. इस संदर्भ में जब जनप्रतिनिधियों द्वारा विद्यालय पहुंचकर उनसे पुछा जाता है तो वे उल्टे भड़क कर बदली करवा देने की धमकी देते हैं और जनप्रतिनिधियों को सम्मान नहीं दिया जाता. जदयू प्रखंड अध्यक्ष सह स्थानीय निवासी अजय कुमार आनंद भीएसएस अध्यक्ष सुरेश कुमार कामैत, कृत्यानंद मंडल आदि ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री सिंह छात्रों अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों के साथ अमर्यादित व्यवहार करते ही हैं. छात्रों के पठन-पाठन में भी वे दिलचस्पी नहीं रखते. इस प्रकार का आचरण रखने वाले शिक्षकों पर विभागीय स्तर से कार्रवाई की जानी चाहिए.
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