छातापुर : चुनाव रंजिश के कारण छातापुर थाना क्षेत्र के परियाही मालदह टोला निवासी 12 वर्षीय मजहरूल हक की अपहरण के बाद हत्या के सनसनी खेज मामले के आरोपियों में जहां कानून का भय नहीं दिख रहा. वहीं पुलिस की उदासीनता किसी बड़ी घटना को आमंत्रित कर रही है. दरअसल हत्या मामले मे एसपी व डीएसपी द्वारा गिरफ्तारी के आदेश के बाबजूद पुलिस हत्यारोपियो के गिरेबान में हाथ डालने से परहेज कर रही है.
जिसका नतीजा परियाही चौक पर गुरूवार की सुवह सामने आया. हत्यारोपियों ने करीब दो दर्जन सहयोगियो के साथ मिल कर चौक पर चाय पी रहे मृत बालक के परिजन व हत्या मामले के गवाहों पर हमला कर दिया. जहां हमलावरों ने धारदार हथियार से मारपीट कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. सुनियोजित साजिश के तहत मारपीट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी बीते दो माह से केश उठाने अन्यथा अंजाम भुगतने की धमकी भी दे रहे थे.
इसी धमकी के बीच पुलिस व कानून के भय से वेखौफ हत्यारोपियों ने एक बार फिर परियाही की धरती को रक्त रंजित करने का प्रयास किया. हालांकि सूचना के तत्काल बाद मौके पर पुलिस के पहुंच जाने से जख्मियों की जान बच पायी. पुलिस ने मौके से एक मात्र आरोपी को पकड़ कर थाना ले गई. शेष सभी आरोपी घटना स्थल से भागने मे सफल रहे. जख्मियो को उपचार के लिए पीएचसी छातापुर मे भर्ती करवाया.
जहां ड्यूटी पर मौजूद डा श्रवण कुमार यादव द्वारा सभी जख्मियों का उपचार किया जा रहा है. डाक्टर ने बताया कि एक जख्मी मो अब्दूल्लाह को बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर कर दिया गया है. पीएचसी मे उपचार रत मृत बालक के पिता लाल मोहम्मद, अग्रज मो बदरूद्दीन, चाचा मो अब्दूल्लाह, मो मुर्तूजा तथा हत्या मामले के दोनो गवाह बुजूर्ग 70 वर्षीय मो ईजराईल व 70 वर्षीय अब्दूल रहमान आदि ने बताया कि गुरूवार सुवह वे लोग परियाही चौक पर चाय पी रहे थे. इसी क्रम मे परवेज की दवा दुकान में धारदार हथियार के साथ पूर्व से घात लगाये हत्यारोपी मंसुर आलम, मो जलील व अब्दूल सहित दो दर्जन लोगों ने अचानक ही हमला कर दिया. धारदार हथियार सहित लाठी डंडे से ताबड़ तोड़ प्रहार कर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर दिया.
हत्यारों ने धमकी के तहत दिया घटना को अंजाम : जख्मियों ने स्थानिय पुलिस पर हत्यारोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते कहा कि एसपी सुपौल व डीएसपी त्रीवेणीगंज द्वारा दो माह पूर्व दिये गये गिरफ्तारी के आदेश थाना मे धूल फांक रहे हैं.हत्यारोपी पुलिस से वेखौफ रहकर गांव मे छुट्टे घुम रहे हैं और खुलेआम केश उठाने की धमकी भी दे रहे थे.जिसकी शिकायत थानाध्यक्ष से लेकर डीएसपी त्रीवेणीगंज एसपी सुपौल सहित डीआईजी सहर्षा व आईजी दरभंगा तक करते इंसाफ की मांग की गई.इतना ही मामले की शिकायत मुख्यमंत्री महेदय तक की गई.सक्षम अधिकारियों तक लिखीत शिकायत करने के बावजूद नतीजा सिफर ही रहा.जख्मी परिजन व गवाहों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते कहा कि आखिर किस परिस्थीति के वशीभूत होकर पुलिस हत्यारोपियों की गिरफ्तारी से परहेज कर रही.परिणामस्वरूप लगातार मिल रही धमकी के बीच गुरूवार सुवह हत्यारोपियो द्वारा जानलेवा हमला कर दिया गया.
चुनाव रंजिश में की गयी थी बालक की अपहरण के बाद हत्या : बीते 31 मई 2016 को परियाही चौक पर क्रिकेट मैंच देखकर घर लौट रहे 12 मजहरूल हक का अपहरण कर लेने के बाद नृशंष रूप से उसकी हत्या कर दी गई.जिसकी लाश दो दिन बाद समीप स्थित गैंडा धार से क्षत विक्षत अवस्था मे बरामद किया गया.मामले मे अपहृत बालक के पिता लाल मोहम्मद द्वारा छातापुर थाना मे कांड संख्या 156/16 अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था.लाश मिलने के बाद पुलिस ने मृतक के पिता से पुन: प्राप्त लिखित बयान को प्राथमिकी में जोड़ते हुए मो इशहाक उर्फ मुन्ना सहित आठ लोगों को अ प्राथमिकी अभियुक्त बनाया था. प्राथमिकी में चुनाव रंजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाया गया था.मुख्य अभियूक्त मुन्ना को शव बरामदगी के दिन ही उसके घर से गिरफ्तार किया गया. शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी घटना के तरकीबन तीन माह बाद भी संभव नहीं हो पायी है.
कहते हैं अधिकारी
घटना के संबंध में पूछे जाने पर त्रिवेणीगंज के एसडीपीओ चंद्रशेखर विधार्थी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद वे छातापुर थानाध्यक्ष के साथ घटना स्थल के लिए रवाना हो गये हैं. हत्या में शामिल अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी.