वीरपुर : थाना क्षेत्र में हाल के दिनों में मवेशी चोरी की घटना में हुई व्यापक रूप से बढ़ोतरी के बाद पशुपालकों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. मवेशी चोरी की आशंका से जहां पशुपालक रतजगा करने को विवश है. वहीं पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण क्षेत्र में सक्रिय मवेशी चोरों की कट रही है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि चोरी के बाद यदि पशुपालकों द्वारा चोरी गये मवेशियों को ढूंढ़ लिया जाता है तो मवेशी चोर उक्त पशुपालक से मोटी रकम प्राप्त करने के बाद मवेशी वापस भी कर देते हैं.
हाल के दिनों में कई ऐसी चोरी की घटना घटित हो चुकी है जिसमें पशुपालकों से मोटी रकम लेकर पशुओं को वापस किया गया है.अब सवाल उठता है कि पशुपालक अपने स्तर से चोरी गये पशुओं का पता लगा लेते हैं और रकम दे कर वापस भी ले आ रहे हैं तो पुलिस को चोरी गये पशुओं का सुराग क्यों नहीं मिल पाता है. वीरपुर थाना क्षेत्र का कुछ इलाका एक जमाने से मवेशी चोरों के गढ़ के रूप विख्यात रहा है.इसमें बेरियाकमाल गांव का नाम प्रमुख रूप से शामिल है.
लोगों का मानना है कि बेरियाकमाल के मवेशी चोर पुलिस से अच्छे संबंध रहने के कारण ही चोरी के बाद मवेशी मालिकों से फिरौती की रकम वसूल रहे हैं. इस बाबत पूछने पर इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि मवेशी चोरी से संबंधित एक भी मामला थाना में दर्ज नहीं है.बताया कि चोरी की जानकारी मिलने के बाद तत्परता के साथ कार्रवाई की जायेगी.