दहशत. हजारी उवि के छात्रों के दो गुट आपस में भिड़े
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आधा दर्जन छात्र जख्मी
दहशत. हजारी उवि के छात्रों के दो गुट आपस में भिड़े जिला मुख्यालय स्थित हजारी उच्च विद्यालय के छात्रों के दो गुट में गुरुवार को जम कर मारपीट हुई. इस घटना में एक गुट के आधा दर्जन से अधिक छात्र जख्मी हो गये. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जख्मी छात्रों को उपचार के लिए […]
जिला मुख्यालय स्थित हजारी उच्च विद्यालय के छात्रों के दो गुट में गुरुवार को जम कर मारपीट हुई. इस घटना में एक गुट के आधा दर्जन से अधिक छात्र जख्मी हो गये. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जख्मी छात्रों को उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजवाया.
सुपौल : जिला मुख्यालय स्थित हजारी उच्च विद्यालय के छात्रों के दो गुट में गुरुवार को जम कर मारपीट हुई. इस घटना में एक गुट के आधा दर्जन से अधिक छात्र जख्मी हो गये. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जख्मी छात्रों को उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजवाया. वहीं पुलिस के आलाधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच कर मामले से अवगत हुए. कुछ देर के लिए स्कूल परिसर सहित आसपास के क्षेत्रों में तनाव व्याप्त हो गया.
हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. जख्मी छात्र एजाज अंसारी, रेहान, साकीर, तौकीद अली, साजिद, अनश, मोजमीन और फजल रहमानी को उपचार के बाद सदर अस्पताल से घर भेज दिया गया है. पुलिस जख्मी छात्रों द्वारा दिये गये आवेदन के आलोक में कार्रवाई में जुटी है. घटना के बाद जिला मुख्यालय के बाहर से आ कर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के बीच दहशत का माहौल है. वहीं जख्मी छात्रों ने मारपीट के दौरान दो साइकिल छीन लेने का भी आरोप लगाया है.
सदर अस्पताल में उपचाररत जख्मी छात्रों ने बताया कि वर्ग दस में पढ़ने वाले छात्र नीतीश कुमार जो विद्यालय के समीप स्थित गौरवगढ़ मुहल्ले का निवासी है, जूनियर छात्रों को बेवजह परेशान किया करता है. मंगलवार को किसनपुर प्रखंड के कटहारा-कदमपुरा एवं सिसौनी से आने वाले छात्रों से बेवजह उलझ गया. सूचना मिलने पर विद्यालय के शिक्षकों ने इस मामले में हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों के बीच आपस में सुलह करवा दिया.
गुरुवार को विद्यालय में छुट्टी होने के बाद जब कटहारा-कदमपुरा एवं सिसौनी के छात्र अपने घर के लिए रवाना हुए तो नीतीश अपने अज्ञात 20-25 सीनियर छात्रों के साथ बायपास रोड में घेर कर उन लोगों के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया.लोहे के रड, बांस का पट्ठा एवं बेल्ट से अचानक हुए इस हमले से घबरा कर कुछ छात्रों ने समीप के घरों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में छिप कर अपना जान बचाया. जबकि इस दौरान करीब आधा दर्जन छात्र हमलावरों के बीच फंस गये, जिन्हें नीतीश एवं उसके अन्य साथियों द्वारा बेरहमी से पीटा गया.
मारपीट की सूचना पर बीच बचाव करने पहुंचे विद्यालय के कुछ शिक्षकों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया. स्थानीय लोगों के द्वारा मामले की जानकारी सदर थाना को दी गयी. जिसके बाद एएसपी शैलेश कुमार सिन्हा, सदर एसडीओ एनजी सिद्दीकी, सदर थानाध्यक्ष रामइकबाल यादव विद्यालय पहुंचे और जख्मी छात्रों को अस्पताल भेजने के बाद विद्यालय में उपस्थित अन्य छात्रों से घटना की जानकारी ली.
लंबी दूरी तय कर आते हैं विद्यालय
सदर प्रखंड सहित जिले के किसनपुर व पिपरा प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों से छात्र व छात्राएं लंबी दूरी तय कर जिला मुख्यालय स्थित विद्यालयों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से पहुंचते हैं. इसकी मुख्य वजह आसपास के पंचायतों में उच्च विद्यालय का नहीं होना बताया जाता है. किसनपुर प्रखंड के कटहारा-कदमपुरा, सिसौनी, राजपुर, चौहट्टा, खखई, नेमनमा, फुलकाहा आदि दर्जनों गांवों से सैकड़ों की संख्या में छात्र व छात्राएं प्रतिदिन जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न उच्च विद्यालयों में अध्ययन के लिए आते है. जहां इन्हें स्थानीय छात्रों के दबंगई का शिकार होना पड़ता है.गुरुवार को घटित इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे अभिभावकों ने बताया कि उनके गांव के आसपास उच्च विद्यालय नहीं होने के कारण ही छात्रों को इतनी लंबी दूरी तय कर विद्यालय आना पड़ता है. इसके बावजूद यदि छात्रों को पढ़ने से रोका जाता है तो यह उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा.
घटना से अभिभावकों में था आक्रोश
विद्यालय में अध्ययनरत स्थानीय छात्रों द्वारा बाहरी छात्रों के साथ आये दिन किये जाने वाले दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना से अभिभावकों में काफी आक्रोश व्याप्त था. गुरुवार को घटना की जानकारी मिलने के बाद दर्जनों की संख्या में सदर अस्पताल पहुंचे अभिभावकों ने बताया कि दसवीं कक्षा में अध्ययनरत स्थानीय छात्रों द्वारा आये दिन बाहरी छात्रों के साथ दुर्व्यवहार एवं मारपीट की घटना को अंजाम दिया जाता है. बताया कि हाल के दिनों में भी कई घटनाएं घटित हो चुकी है. लेकिन विद्यालय प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किये जाने का नतीजा है कि इन छात्रों का मनोबल काफी बढ़ गया है. बताया कि स्थिति ऐसी है कि इन छात्रों के भय से अब बाहरी छात्र विद्यालय नहीं आना चाह रहे हैं.
जख्मी छात्रों को उपचार के बाद वापस घर भेज दिया गया है.आरोपी छात्र नीतीश एवं उसके अन्य साथियों की खोज सरगर्मी के साथ की जा रही है.पुलिस इस मामले में विधि सम्मत कार्रवाई करेगी.
सुपौल : घटना के बाद जिला मुख्यालय के बाहर से आ कर पढ़ने वाले छात्रों के बीच है दहशत का माहौल
घबराये छात्रों ने घरों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में छिप कर जान बचाया
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