अनदेखी. जलजमाव की समस्या से जूझ रहा धोबी टोला
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मंदिर जाने से भी कतराते हैं श्रद्धालु
अनदेखी. जलजमाव की समस्या से जूझ रहा धोबी टोला शहर के बीचोबीच स्थित है धोबी टोला. यहां सड़क पर जलजमाव की समस्या नासूर बन गयी है. जलजमाव के कारण लोग काली मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए जाने से कतराते हैं. वहीं दर्जनों नौनिहालों का स्कूल जाना बंद हो गया है, लेकिन अिधकारी इस ओर […]
शहर के बीचोबीच स्थित है धोबी टोला. यहां सड़क पर जलजमाव की समस्या नासूर बन गयी है. जलजमाव के कारण लोग काली मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए जाने से कतराते हैं. वहीं दर्जनों नौनिहालों का स्कूल जाना बंद हो गया है, लेकिन अिधकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
सुपौल : शहर के बीचोबीच स्थित है धोबी टोला. सड़क पर जलजमाव की समस्या अब नासूर बन गयी है. वार्ड नंबर 17 व 12 का यह हिस्सा कई वर्षों से नगर परिषद की उपेक्षा का दंश झेल रहा है. वर्षों से इस मुहल्ले की सड़कों पर नाला का गंदा पानी बह रहा है. इस कारण स्थानीय लोगों के सामने आवागमन में परेशानी हो रही है. शिकायत के बावजूद नगर परिषद इस समस्या के समाधान के प्रति उदासीन बना हुआ है. वहीं समस्याओं से जूझ रहे स्थानीय लोग अब आंदोलन के मूड
में हैं.
जलजमाव के कारण सड़क हुई जर्जर: शहर के मल्लिक चौक से कोसी तटबंध को जोड़ने वाली इस सड़क पर नाला का गंदा पानी बह रहा है. जलजमाव के कारण सड़क अब जर्जर हो गयी है. इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. ज्ञात हो कि इस सड़क के दायी तरफ वार्ड नंबर 12 का इलाका है, तो बायीं तरफ वार्ड नंबर 17 है. वार्ड नंबर 12 में अब तक नाला का निर्माण नहीं कराया गया है. इस कारण स्थानीय लोग सड़क पर घर का गंदा पानी बहाता है.
वहीं वार्ड नंबर 17 की तरफ कुछ वर्ष पूर्व पक्का नाला का निर्माण करवाया गया था, लेकिन साफ-सफाई व रखरखाव के अभाव में यह नाला बेकार साबित हो रहा है. इस नाला से दर्जनों जगह पानी सड़क पर बह रहा है. वहीं गंदे पानी के जमाव के कारण महामारी फैलने की आशंका भी बनी रहती है.
मंदिर आने वाले श्रद्धालु की घट रही है संख्या : कोसी पथ में शहर के दक्षिणी व उत्तरी इलाके का इकलौता काली मंदिर भी स्थित है. जलजमाव की समस्या से यह इकलौता मंदिर भी अछूता नहीं हैं. इसके साथ ही मल्लिक चौक से लेकर कुम्हार टोला तक सड़क पर जलजमाव रहने के कारण मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना करना पड़ता है.
इस समस्या के कारण मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार घटती जा रही है. स्थानीय लोग बताते हैं कि पहले प्रतिदिन अगल-बगल के मुहल्ले से सैंकड़ों महिला श्रद्धालु मां काली की पूजा-अर्चना के लिए यहां आती थी, लेकिन जलजमाव के कारण अब श्रद्धालुओं की संख्या में निरंतर कमी देखी जा रही है.
स्कूल जाना हुआ बंद, फैल रही बीमारी
जर्जर सड़क व गंदा पानी के जमाव की समस्या से जूझ रहे इस मुहल्ले के दर्जनों नौनिहालों का स्कूल जाना बंद हो गया है. अभिभावक बच्चों के गिर कर चोटिल होने की आशंका से अब अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतराते हैं. वहीं सबसे बड़ी समस्या बुजुर्गों के साथ है. बुजुर्गों को इस सड़क पर पांव पैदल चलने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
गंदा पानी जमा रहने के कारण इस मुहल्ले में मच्छरों का प्रकोप भी अधिक रहता है. स्थानीय लोगों ने बताया है कि मुहल्ले के कई लोग गंदगी के कारण चर्म रोग सहित दमा व अन्य संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं.
कहते हैं अधिकारी
इस बाबत नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार मिश्र ने बताया कि नाला निर्माण को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है. तत्काल धोबी मुहल्ले को जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने का बेहतर प्रयास किया जा रहा है.
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