सुपौल : सदर थाना क्षेत्र स्थित वीणा गांव में शनिवार को एक साथ आधा दर्जन बम बरामद होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों में काफी दहशत का माहौल है. बम मिलने के बाद लोगों द्वारा तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. वहीं ग्रामीणों में इस बात की भी चिंता है कि कही एक बार फिर अपराधियों द्वारा वीणा में डकैती की योजना तो नहीं बनायी जा रही थी. गौरतलब है कि वीणा गांव पूर्व में भी कई बार अपराधियों का शिकार हुआ है.
डकैतों ने कई बार इस गांव को निशाना बनाया है. बीते दिसंबर माह मे भी दर्जन भर हथियार बंद डकैतों ने एलआईसी अभिक र्ता विभाष कुमार झा के घर धावा बोल कर डकैती की घटना को अंजाम दिया था. इससे पूर्व भी इस गांव में लूट-पाट की कई घटनाएं घटित हो चुकी है. फिलहाल पुलिस बरामद बम को डिफ्यूज करने एवं मामले की छानबीन में जुटी है.
पड़ोसी जिले से आते हैं अपराधी
वीणा गांव में घटित लूट के सभी मामलों पर गौर किया जाय तो स्पष्ट होता है कि पड़ोसी जिला मधेपुरा की सीमा नजदीक रहने की वजह से यह गांव अपराधियों का सॉफ्ट टॅारगेट रहा है. अपराधी इस गांव में बड़ी आसानी के साथ घटना को अंजाम देकर सीमावर्ती क्षेत्र की ओर निकल जाते हैं. दिसंबर माह में एलआईसी अभिकर्ता के घर हुई डकैती को भी मधेपुरा जिले के अपराधियों ने ही अंजाम दिया था. इस बात की पुष्टि पुलिस द्वारा मधेपुरा जिला निवासी लक्ष्मी मुखिया नामक अपराधी की गिरफ्तारी से भी होती है.
अटकलबािजयों का दौर जारी
इस बात का खुलासा तो पुलिस की तफ्तीश के बाद ही हो पायेगा कि किस उद्देश्य से और किसके द्वारा बम को बगीचा में छिपा कर रखा गया था. बहरहाल मामले को लेकर तरह-तरह की अटकल बाजियों का दौर जारी है. ग्रामीणों की माने तो डकैती की घटना को अंजाम देने के दौरान ही अपराधियों द्वारा दहशत फैलाने के लिए बम का इस्तेमाल किया जाता है. ग्रामीणों को आशंका है कि डकैती के उद्देश्य से ही अपराधियों द्वारा उक्त बम को थैले में छिपा कर रखा गया था. कारण जो भी हो, मामले का खुलासा जांच के बाद ही हो पायेगा. फिलहाल थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव के नेतृत्व में पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है.