सुपौल : जिला मुख्यालय स्थित दक्षिण हटखोला रोड में रविवार को मिनी ट्रक की चपेट में आने से एक तीन वर्षीय बालक की मौत हो गयी. बताया जाता है कि घटना के समय मिनी ट्रक का चालक नशे में था. स्थानीय लोगों ने चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
घटना के विरोध में करीब तीन घंटे तक आक्रोशित लोगों ने सड़क पर आगजनी कर प्रदर्शन किया. जाम की सूचना पर सदर थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल जाम स्थल पर पहुंचा और आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया. पर, प्रदर्शनकारी मुआवजे की मांग पर अड़े रहे.
बाद में सदर एसडीओ नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, सदर एसडीपीओ वीणा कुमारी एवं स्थानीय प्रबुद्ध जनों के सहयोग से आक्रोशित युवाओं को शांत कर आवागमन बहाल किया गया. थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव ने बताया कि चालक को गिरफ्तार कर वाहन को कब्जे में ले लिया गया है. नशे में था ट्रक चालक प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूर्णिया से किराना सामान लेकर आ रहा बीआर11एस/8562 ट्रक का चालक अशोक शर्मा नशे में था. इस वजह से वाहन पर उसका नियंत्रण नहीं रहा.
दक्षिणी ढाला पार करने के बाद से ही वाहन की चपेट में आने से कई लोग बच बाल-बाल. पर, भाजपा जिलाध्यक्ष नागेंद्र नारायण ठाकुर के आवास के सामने सड़क के किनारे खेल रहे शत्रुघ्न मंडल का तीन वर्षीय पुत्र शिवम कुमार ट्रक की चपेट में आ गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. तीन घंटे तक मचाया उत्पात घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने पहले तो उक्त वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद बीच सड़क पर शव को रख कर करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन किया. इस दौरान टायर जला कर एवं अन्य अवरोधक डाल कर दक्षिण हटखोला रोड में आवागमन पूरी तरह बाधित कर दिया गया. सड़क जाम रहने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा.अतिक्रमणकारियों पर फूटा लोगों का गुस्सा प्रदर्शन में शामिल आक्रोशित लोग इस घटना के लिए दक्षिण हटखोला रोड के दोनों ओर से किये गये अतिक्रमण को मान रहे थे.
वहीं लोगों का कहना था कि सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर बनाये गये झोपड़ीनुमा दुकानों में मादक पदार्थों की बिक्री की जाती है. जाम व प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों का गुस्सा इन अतिक्रमणकारियों पर फूट पड़ा और दर्जनों की संख्या में आक्रोशित लोगों ने इन दुकानों को तोड़ डाला और तोड़े गये फूस के घर को सड़क पर ला कर आग के हवाले कर दिया. परिजनों का था रो-रो कर बुरा हाल तीन वर्षीय अबोध बालक को खोने के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था.
मृत बालक की मां पिंकी देवी, जहां घटना के बाद से बार-बार अचेत हो जा रही थी, वहीं पिता शत्रुघ्न मंडल गुमसुम बच्चे की लाश को निहार रहा था. वहीं बालक की दादी मंजू देवी की चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो रहा था. परिजनों के करुण क्रंदन से मौके पर मौजूद सैकड़ों लोगों की भी आंखें नम हो रही थीं. वहां मौजूद सभी लोग वाहन चालक को कोस रहे थे.
गौरतलब है कि मृत बालक चार भाई बहनों में सबसे छोटा था.प्रशासन ने दिया 20 हजार का चेक जाम व प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे सदर एसडीओ नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी ने मृत बालक के पिता को पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये का चेक दिया. वहीं वार्ड नंबर 10 की वार्ड पार्षद उषा साह ने मौके पर कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये दिया. इसके बाद आक्रोशित लोग जाम समाप्त करने पर राजी हुए.
स्थानीय लोगों ने निभायी महत्वपूर्ण भूमिका घटना के बाद उपजे जनाक्रोश को शांत करने में प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय प्रबुद्ध जनों एवं समाजसेवियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. इन्होंने आक्रोशित युवाओं को शांत रखा और बड़ी अप्रिय घटना नहीं होने दी.
युवाओं को शांत कराने में नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद रमेंद्र कुमार रमण, राष्ट्रीय मेला समिति के सचिव युगल किशोर अग्रवाल, व्यापार संघ के अध्यक्ष अमर कुमार चौधरी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष प्रधान, वार्ड पार्षद उषा साह, प्रदीप साह, दीपक सिंह आदि लगे रहे.