निर्मली (सुपौल) : विदेशों के अपेक्षा चार गुणा कम खर्च में किसी भी विदेशी परिवार का गुजर-बसर भारत में संभव है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से बगैर सुरक्षाबल के ही बिहार सेफ जोन है. यह बातें ऑस्ट्रेलिया से जल-वायु व प्रदूषण पर शोध के लिए कुल अर्थ, रिक्शा रन कार्यक्रम के तहत भारत दौरे पर पहुंचे शोधकर्ता टीम के वरीय सदस्य एडम हैरिसन ने निर्मली स्थित ज्ञान भारतर सुपर सिक्सटी परिसर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि स्थानीय जल में अत्यधिक मात्र में आर्सेनिक व आयरन है.
प्रदूषणमुक्त के दृष्टिकोण से जिस प्रकार से वृक्षों का रहना आवश्यक है. ठीक उसी प्रकार यहां पेड़-पौधा अल्प मात्र में ही है. बताते चलें कि शिलोंग जाने के क्रम में शोधकर्ता पर्यटकों की टीम मंगलवार की शाम निर्मली पहुंची. रातभर निर्मली के एक निजि रेस्टूरेंट में पर्यटकों ने बताया कि बिहार सच में आनंद का महासागर है.
पर्यटकों ने बताया कि विगत छह अप्रैल 2015 को भारतीय मूल के जैसेलमेर से शिलोंग के लिए कुल 90 रिक्सा (ओटो) से अस्ट्रेलिया के 100 सदस्यीय शोध टीम भारत के विभिन्न राज्यों का भ्रमण करते हुये शिलोंग पहुंचेगे. मौके पर टीम के सदस्यों ने बताया कि प्रति सदस्य प्रतिदिन भारतीय मूल के दो हजार रुपये राशि खर्च कर आसानी पूर्वक रह रहे हैं. विभिन्न दृष्टिकोण से विदेशों के अपेक्षा यहां सबकुछ ठीक-ठाक है.