छातापुर (सुपौल): रविवार की सुबह एक ही परिवार की तीन महिलाओं पर कुल्हाड़ी से हमले के बाद गांव में खौफ का माहौल है. गौरतलब है कि इस घटना में एक 70 वर्षीया वृद्धा अहिल्या देवी की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी थी. वहीं अन्य दो महिलाएं गंभीर रूप से जख्मी है, जिसका इलाज चल रहा है.
रविवार को ही एसडीपीओ चंद्रशेखर विद्यार्थी ने घटना स्थल का जायजा लिया. उन्होंने पीड़ित परिजनों के अलावा आस-पास के लोगों से भी पूछताछ की. वहीं पूर्व विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू ने भी लालगंज तिलाठी पहुंच पीड़ित परिजनों से मुलाकात किया. वहीं घटना के बाद से हत्यारे का पूरा परिवार फरार है. जबकि मृतका अहिल्या देवी के घर में मातम का माहौल है.
मृतका के परिवार से गुस्साया था हत्यारोपी . हत्यारोपी गिरिजानंद तीन भाई है. पिता की मौत के बाद जमीन का बंटवारा तीन भाई के अलावा चौथे हिस्से के रूप में वृद्ध मां बिंदुला देवी के बीच हुआ था. बिंदुला देवी बेटे गिरिजानंद के साथ रहने लगी थी. शर्त यह था कि मां की जमीन का उपज वह लेगा और बदले में मां की देख-भाल करेगा. लेकिन इस शर्त का नहीं हो सका, जिसके कारण उक्त घटना घटी. इसके बाद आस-पास के लोगों ने जिसमें मृतका का परिवार भी शामिल था, ने निर्णय लेते हुए बिंदुला देवी के हिस्से की जमीन उसके छोटे भाई उपेंद्र झा को सौंप दिया. पहली बार गेहूं की फसल भी उपेंद्र झा के दरवाजे पर ही पहुंची. इसी वजह से विचलित गिरिजानंद ने अहिल्या देवी समेत परिवार के अन्य सदस्यों पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया.
शिवन ने बचायी कई लोगों की जान. रविवार की सुबह गिरिजानंद पर खून सवार था. पहले उसने कुछ देर तक बातचीत की और फिर अहिल्या देवी से उसके बेटे अनिल कुमार के बारे में पूछा. फिर अचानक महिलाओं पर कुल्हाड़ी से हमला बोल दिया. आंगन से भाग कर निकली बबीता देवी ने दरवाजे पर शोर मचाना शुरू कर दिया. शोर सुनकर दरवाजे पर काम कर रहे मजदूर शिवनंदन पासवान ने दिलेरी दिखाते हुए गिरिजानंद को अपने कब्जे में ले लिया. धड़-पकड़ के दौरान शिवन भी उसकी कुल्हाड़ी से जख्मी हो गया. तब तक आस पड़ोस के लोग भी जमा हुए और हत्यारे को रस्सी से जकड़ कर खूंटे से बांध दिया और पुलिस को सूचना दी गयी.