सुपौल : बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिलाध्यक्ष विवेकानंद दास के नेतृत्व में शनिवार को नौ सूत्री मांगों के समर्थन में शिक्षकों का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा. हालांकि शुक्रवार की देर शाम अनशन कारियों की डीइओ सुलतान अहमद से पहले दौर की वार्ता हुई, जो बेनतीजा रही. जबकि सूत्रों की मानें तो अधिकांश मांगों पर दोनों पक्ष के बीच सहमति बन चुकी है, लेकिन दक्षता परीक्षा में उत्तीर्णता के मामले में पेच फंसा हुआ है.
दरअसल अनशनकारियों की मांग है कि वर्ष 2009 में आयोजित दक्षता परीक्षा में सम्मिलित नहीं होने वाले शिक्षक जो वर्ष 2010 में उत्तीर्ण हो चुके हैं, उन्हें प्रथम प्रयास में दक्षता उत्तीर्ण शिक्षक माना जाय. संघ का मानना है कि यह विवेक स्तर की बात है और विभाग द्वारा इस संदर्भ में मार्गदर्शन मांगा जा रहा है, जो अनुचित है. इसके अलावा सत्र 2009-11 व 2010-12 में डीपीइ तीनों मॉड्यूल उत्तीर्ण हुये शिक्षकों का संवर्धन कार्यक्रम जून से ही आरंभ करने की मांग की जा रही है. अनशनकारियों ने बताया कि चूंकि पूर्व में भी केवल आश्वासन मिलता रहा है इसलिए इस बार आश्वासन के मकड़जाल में शिक्षक नहीं पड़ेंगे.
कहा कि बिना ठोस कार्रवाई के आमरण अनशन जारी रहेगा. जिला सचिव पुष्पराज ने बताया कि अनशनकारियों की हालत नाजुक होती जा रही है लेकिन अब तक मेडिकल टीम भी जांच-पड़ताल के लिए नहीं पहुंची है. अनशन पर निर्मल कुमार, पुष्पराज, विवेकानंद दास, अशोक कुमार अरूण, अरूण कुमार आर्य, विकास कुमार, मो खुर्शीद आलम, पंकज सिंह, राकेश रंजन, संतोष कुमार और अरविंद कुमार मौजूद रहे. वहीं इस मौके पर मुनेश्वर सिंह, पंकज जायसवाल, रविंद्र कुमार, अमरेंद्र कुमार आदि मौजूद थे.