पटना. श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार मिश्रा ने कहा कि सरकार 20 लाख रोजगार मुहैया कराने के लिए युवाओं के कौशल विकास पर खासतौर से ध्यान दे रही है. इसी के अंतर्गत बिहटा में महिला स्किल सेंटर और दरभंगा में स्किल सेंटर खोले जायेंगे.
‘कौशल विकास’ से संबंधित नया विभाग बनाने की तैयारी भी शुरू हो गयी है. यह भी जल्द ही आकार ले लेगा. विभागीय मंत्री ने विधानसभा में गुरुवार को श्रम संसाधन विभाग का बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि हर जिले में मेगा स्किल सेंटर विकसित किये जायेंगे.
हर प्रमंडल में टूल-रूम की स्थापना की जा रही है. सभी जिलों में छात्र परामर्श केंद्र खोले जायेंगे. विपक्षी दल पर हमला करते हुए कहा कि 2005 से पहले राज्य में 23 आइटीआइ होते थे, जिनकी संख्या वर्तमान में बढ़ कर 149 हो गयी है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तकनीकी पढ़ाई हिंदी में कराने की पहल शुरू करने जा रही है. इससे संबंधित प्रस्ताव केंद्र को भेज दिया गया है. अनुमति मिलने के बाद हिंदी माध्यम से पढ़ाई शुरू हो जायेगी.
मंत्री ने कहा कि युवाओं के कौशल विकास पर राज्य सरकार हर तरह से ध्यान दे रही है. इसी वजह से सात निश्चय-2 में भी ‘बेहतर युवा शक्ति, बिहार की तरक्की’ की अवधारणा साकार करने का प्रावधान किया गया है.
राज्य के सभी 149 आइटीआइ को सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के तौर पर विकसित करने के लिए टाटा टेक (टीसीएस) के साथ समझौता किया गया है. इस पर दो हजार 200 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जिसमें 88 फीसदी टाटा टेक और 12 प्रतिशत निवेश राज्य सरकार करेगी.
उन्होंने कहा कि विभागीय पोर्टल पर सूबे में 14 लाख से ज्यादा मजदूरों का निबंधन हो चुका है. कोरोना काल में इसमें 12 लाख से ज्यादा मजदूरों को डीबीटी के माध्यम से राशि ट्रांसफर किये जा चुके हैं.
Posted by Ashish Jha