सीवान : नकली डीजल बनाने वाला केमिकल बरामदगी मामले के जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है. प्रशासन अपने स्तर से नकली डीजल बनाने वाले गिरोह के भंडाफोड़ में जुट गया है. शहर के कई पेट्रोल पंप शक के घेरे में आ गये है. पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन में जुट गयी है. इधर पुलिस ने पैसे से टैंकर छुड़ाने पहुंचे तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
वहीं, केमिकल मालिक, यूपी के ट्रांसपोर्ट मालिक व एक अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार को पचरुखी थाने के जसौली लाइन होटल के समीप छापेमारी कर 12 हजार लीटर नकली डीजल सहित टैंकर व उसके चालक को गिरफ्तार किया. एएसपी कार्तिकेय शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि उनके नेतृत्व में गठित टीम में पुअनि अमित कुमार एवं सशस्त्र बल शामिल थे.
किसी अज्ञात के कहने पर होनी थी डिलिवरी : गिरफ्तार चालक ने बताया कि नकली डीजल सारण जिले के जनता बाजार थाने के लहलादपुर निवासी बृजेश सोनी के पुत्र जय कुमार सोनी का है. उसने बताया कि यूपी के फतेहपुर जिला स्थित लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट कंपनी से नकली डीजल को ला रहा है. चालक शंभू तिवारी सारण के इसुआपुर थाने के पिपरहियां निवासी तेजा तिवारी का पुत्र है. एएसपी ने बताया कि कागज देखने पर पता चला कि यह माल महालक्ष्मी पेंट्स एवं केमिकल रक्सौल के यहां जा रहा था.
कागजात प्रथम दृष्ट्या में देखने से जाली पाया गया. इसके बाद टैंकर को जब्त कर लिया गया. साथ ही पचरुखी थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी. पुलिस ने इस मामले में चालक शंभु तिवारी, जय कुमार सोनी, लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक व एक अज्ञात व्यक्ति को आरोपित किया है.
चालक शंभू तिवारी सहित जय कुमार सोनी और अजय सोनी के कहने पर उसे छुड़वाने के लिए आये अदनान अहमद, अवधेश तिवारी तथा शिवजी पंडित एक लाख 24 हजार रुपये के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस दौरान फरार दो अन्य अभियुक्त की तलाश में व नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
कई पेट्रोल पंप शक के घेरे में, होगी जांच
नकली डीजल का टैंकर सीवान में बरामद होने के बाद पुलिस प्रशासन चालक की मदद से उस व्यक्ति की तलाश में जुटा हुआ है जो सीवान निवासी है. चालक के अनुसार उसी की निशानदेही सीवान में माल की डिलिवरी होनी थी.
इधर, एएसपी कार्तिकेय शर्मा अपने स्तर से पेट्रोल पंपों की जांच कराने में जुट गये हैं. पुलिस को अंदेशा है कि नकली डीजल का गोरखधंधा कहीं पेट्रोल पंपों पर तो नहीं फल-फूल रहा है. फिलहाल पुलिस प्रशासन अपने स्तर से पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.