चौकसी . मो शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजने से पूर्व बढ़ा दी गयी थी शहर की सुरक्षा व्यवस्था
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चप्पे-चप्पे पर तैनात रहा सुरक्षा बल
चौकसी . मो शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजने से पूर्व बढ़ा दी गयी थी शहर की सुरक्षा व्यवस्था सीवान : जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार की रात करीब 11.30 बजे मो शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट कराने की प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व शहर के चप्पे- चप्पे पर सुरक्षा बल को तैनात कर दिया गया […]
सीवान : जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार की रात करीब 11.30 बजे मो शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट कराने की प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व शहर के चप्पे- चप्पे पर सुरक्षा बल को तैनात कर दिया गया था. वहीं अन्य थाने को एहतियात बरतने का निर्देश पुलिस कप्तान ने दिया था. शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर पुलिस की गाड़ियां सरपट दौड़ने लगी थीं. सभी चौक- चौराहों पर पुलिस तैनात थी कि कहीं ले जाने के क्रम में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न नहीं हो. रात करीब डेढ़ बजे तक जेल में प्रमुख अफसरों के पहुंचने के बाद जेल गेट पर पूरी तरह सन्नाटा था. मुख्य सड़क पर पूर्व सांसद के समर्थकों का आना शुरू हो गया था.
सभी समर्थक इस प्रयास में थे कि साहब की एक झलक किसी तरह मिल जाये. लेकिन रात 2.43 बजे में पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच पूर्व सांसद को लेकर तिहाड़ के लिए निकल गयी. सुबह मो शहाबुद्दीन के जेल में बचे सामान को जेल प्रशासन ने उनके परिजनों को सौंप दिया. एसपी सौरव कुमार साह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट आने के बाद से ही जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी. वाहनों की प्रतिदिन जांच की जा रहा है.
चार डॉक्टरों की टीम ने की पूर्व सांसद के स्वास्थ्य की जांच : सिविल सर्जन डॉ शिवचंद्र झा ने निर्देश मिलते ही शुक्रवार की रात सदर अस्पताल पहुंचे तथा पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन का स्वास्थ्य जांच करने के लिए उपाधीक्षक डॉ एमके आलम के नेतृत्व में चार डॉक्टरों की एक जांच टीम गठित किया. डॉ एमके आलम के अलावे जेल के डॉक्टर अरुण कुमार, डॉ देवेश कुमार तथा डॉ सुनील कुमार शामिल थे. जांच टीम ने बताया कि पूर्व सांसद के हाथ की एक अंगुली में थोड़ा सूजन था. उसके लिए टीम ने दवा लिख कर खाने की सलाह दी. पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन प्रतिदिन योग करते हैं.
इस कारण उनका स्वास्थ्य ठीक रहता है. कमर का दर्द उनकी एक मात्र परेशानी है लेकिन इधर कुछ महीनों से उनको दर्द से राहत है.
चर्चा में रहने का पुराना रिश्ता रहा है पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन का
राजनीति का मैदान हो या अपराध जगत. इन सबके केंद्र में हमेशा पूर्व सांसद रहे हैं. गत ढाई दशक से जिले की राजनीति में गहरी जड़े जमा चुके मो शहाबुद्दीन जेल में रहते हुए भी चर्चा में रहे. कई चर्चित हत्याकांड में जेल में रहते हुए मो शहाबुद्दीन के साजिशकर्ता की भूमिका अदा करने का मामला पुलिस की फाइल में दर्ज हुई, तो कई मामलों में पूर्व सांसद का नाम तो उछला पर जांच के दौरान आरोप बेबुनियाद साबित हुआ.
कई लोगों के मोबाइल को पुलिस ने सर्विलांस पर लिया
पुलिस ऐसा महसूस कर रही है कि पूर्व सांसद के तिहाड़ जले जाने के बाद अपराधी अपना सिर उठाने का प्रयास करेंगे. इसको लेकर पुलिस ने पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हुए कई अपराधी किस्म के लोगों के मोबाइल को सर्विलांस पर रखा है. पुलिस के ऐसा करने का उद्देश्य यह है कि अपराधी कहीं अगर किसी अपराध करने की योजना बनाते हैं, तो उसकी जानकारी पुलिस को समय से मिल जायेगी.
पुलिस जिले के वीआइपी लोगों पर भी विशेष नजर रख रही है. कुछ ऐसे लोगों पर भी की पुलिस विशेष नजर रखी है. जिन पर अपराधी अपराधी अपना निशाना बना सकते हैं.
लग्न का मौसम होने के बाद भी नहीं रहा शहर में जाम
सीवान शहर में ट्रैफिक जाम होना आम बात है लेकिन जिस दिन से पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन के तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने का आदेश आया है तब से शहर में ट्रैफिक जाम नहीं लग रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का आना कम हो गया था. पुलिस द्वारा वाहनों के जांच में सख्ती किये जाने से भी लोग कम आ रहे थे. शनिवार को काफी लगन था. इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों से खरीदारी करने बहुत कम लोग ही आये.
जिसके कारण बाजार में पहले की तरह रौनक नहीं दिखी. शाम चार बजते-बजते बाजार सुनसान- सा हो गया.
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