महाराजगंज : शहर में नो-इंट्री क्षेत्र में बड़े वाहनों को निर्धारित समय में घुसने से रोकने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. यही वजह है कि बार-बार चौक-चौराहों पर जाम की समस्या आम हो गयी है. शहर के राजेंद्र चौक, नखास के दुर्गास्थान सिहौता शिवमंदिर, हल्दी हाट से शहीद फुलेना चौक सभी मुख्य चौक पर बड़े वाहन नो इंट्री को तोड़ कर घुस जाया करते हैं. इससे काफी देर तक लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. लोगों का आरोप है कि नो इंट्री का नियम बनाये जाने के बाद बड़े वाहन आखिर नो इंट्री में शहर में कैसे घुस रहे हैं. यह किसी एक दिन की समस्या नहीं, बल्कि हर रोज बड़े वाहन आराम से भीड़-भार वाले क्षेत्रों में घुस रहे हैं. इनको रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है.
आम लोग चाह कर भी वाहन को शहर में घुसने का विरोध नहीं कर पाते हैं. दरअसल, स्थानीय प्रशासन के कंधों पर जवाबदेही है कि सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक शहर में बड़े वाहनों को आवागमन पर रोक लगाना है. लेकिन, प्रशासन इस दिशा में काम करने के बजाय शिथिल दिख रहा है. नियमों को ताक पर रख कर बड़े वाहनों को आने-जाने दिया जाता है. यही नहीं, एक तरफा रास्ते का भी बेहतर ढंग से पालन शहर में नहीं हो रहा है. इसकी वजह से लगातार जाम की समस्या विकराल होती जा रही है. शहर के किसी भी रास्ते से गुजरने पर अक्सर मिनटों की दूरी, अब घंटों में तय करनी पड़ रही है. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों के मुंह से कहते हुए सुना जा रहा कि महाराजगंज शहर को कब इस जाम की समस्या से निजात मिलेगा.
नहीं मिली अतिक्रमण से निजात : शहर को अतिक्रमणकारियों के चंगुल से छुटकारा दिलाने में नगर पंचायत व स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है. शहर के कई जगहों को अतिक्रमण करके लोगों ने दुकानें बना ली हैं. ऑटोवालों ने शहर के विभिन्न जगहों को स्टैंड बना लिया है, जिससे लोगों के बीच प्रतिदिन नोक-झोंक होती है.
नो इंट्री में शहर में प्रवेश करते हैं वाहन, लोगों को होती है परेशानी
बड़े वाहनों के प्रवेश पर नहीं होती है कोई कार्रवाई
मिनटों की दूरी अब घंटों में तय करने को मजबूर हैं लोग
शहीद फुलेना चौक पर पूरे दिन लगा रहा जाम
शहीद चौक आये दिन जाम की समस्या से ग्रसित रहता है. इसे कम करने के लिए न तो नगर पंचायत ही कोई ठोस कदम उठा रहा है और न ही स्थानीय प्रशासन ही. शहीद चौक पर जाम लगने से शहर की पूरी ट्रैफिक व्यवस्था ही चरमरा जाती है. लगता है कि शहर थम-सा गया हो. राजेंद्र चौक से मुख्य सड़क से अस्पताल व बाजार की ओर जाने के रास्ते पर सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहते हैं. इस जाम में लोग सरकते नजर आते हैं. ज्ञात हो कि चौक-चौराहों पर ऑटो वाले, जिससे अन्य वाहनों को क्राॅसिंग करने में दिक्कत होती है. ओवरसियर मोड़ अस्थायी स्टैंड के रूप में काम कर रहा है.