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अब संदिग्धों से पूछताछ की तैयारी
तफतीश़ इंस्पेक्टर व घटना के अनुसंधानकर्ता से सीबीआइ ने की पूछताछ, रेकॉर्डों को सहेजने में जुटी रही टीम पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी ने कहा, मौजूदा इंतजाम के भरोसे नहीं हो पायेगी मेरी सुरक्षा सीवान : पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की जांच करने पहुंची सीबीबीआइ की टीम शुक्रवार को भी जमी रही. दिन भर गंडक […]
तफतीश़ इंस्पेक्टर व घटना के अनुसंधानकर्ता से सीबीआइ ने की पूछताछ, रेकॉर्डों को सहेजने में जुटी रही टीम
पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी ने कहा, मौजूदा इंतजाम के भरोसे नहीं हो पायेगी मेरी सुरक्षा
सीवान : पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की जांच करने पहुंची सीबीबीआइ की टीम शुक्रवार को भी जमी रही. दिन भर गंडक के परिसदन में रेकाॅर्डों को टीम के सदस्य सहेजते रहे. एक दिन पूर्व हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता सीबीआइ के डीएसपी व एसपी ने इस कांड के संबंध में शुक्लटोली निवासी जावेद के घर जाकर पूछताछ की.
सीबीआइ की टीम ने मृत पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन से भी पूछताछ की थी. सीबीआइ टीम ने नगर थाने के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार व पूर्व थानाध्यक्ष प्रियरंजन से भी पूछताछ की. बताया जाता है कि केस के पूर्व के अनुसंधानकर्ता ने कई महत्वपूर्ण बातों का केस डायरी में खुलासा किया है. केस डायरी का सीबीआइ टीम गहन से अध्ययन कर डायरी में आनेवाले लोगों से पूछताछ करने की योजना बना रही है. इसके पूर्व घटना की जांच कर रही सीबीआइ टीम में शामिल अनुसंधानकर्ता डीवाइएसपी सुनील सिंह रावत ने केस दर्ज करते हुए 183 पेज की केस डायरी सहित चार्जशीट तथा एफएसीएल व पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मूल प्रति हासिल कर ली है. अब कहा जा रहा है कि घटना में शामिल रहे संदिग्धों के ठिकानों का सीबीआइ टीम लोकेशन लेने के बाद अब उनसे पूछताछ की तैयारी कर रही है. इसके लिए आवश्यक तैयारी करने में टीम जुटी रही.
आशा रंजन ने सुरक्षा इंतजाम पर उठाया सवाल : सीवान . पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की सीबीआइ जांच शुरू होने के चलते एक बार फिर यह घटना सुर्खियों में है. हत्याकांड से पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के कनेक्शन जुड़े होने के पत्रकार की पत्नी आशा रंजन द्वारा आरोप लगाये जाने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस बीच शुक्रवार को आशा रंजन ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा मेरे व मेरे परिवार के सदस्यों को उपलब्ध करायी गयी सुरक्षा से हमलोगों का भला नहीं होनेवाला है. पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन शहर के महादेवा मिशन में अपने बच्चों के संग रहती हैं. यहां से प्रत्येक दिन अपने गांव हकाम स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने जाती हैं.
यह दूरी तकरीबन सवा किलोमीटर की है. आशा रंजन का कहना है कि मैं अपने मोपेड से हर दिन आती-जाती हूं. हमें सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी मिले हैं. लेकिन विभागीय स्तर पर ऐसा कोई वाहन नहीं है, जिससे कि पुलिसकर्मी मेरे साथ चल सके. ऐसे में इस सुरक्षा से क्या लाभ मिल पायेगा. इसके अलावा उनके हकाम स्थित घर पर सैप के दो जवान तैनात हैं. दो-दो पुलिसकर्मियों व सैप के जवानों के रहने व खाने का इंतजाम कर पाना आशा रंजन के लिए अतिरिक्त बोझ साबित हो रहा है. इसका खर्च उठाने में आशा रंजन ने असमर्थता जताते हुए शासन व प्रशासन से मुकम्मल सुरक्षा की मांग की है.
सीवान. पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड को लेकर उनकी पत्नी आशा रंजन द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के जारी नोटिस से एक बार फिर घटना का संदिग्ध शमशीर कैफ सुर्खियों में है.
सुप्रीम कोर्ट ने शमशीर कैफ उर्फ बंटी से रिश्ते के बारे में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को नोटिस जारी किया है. क्रिकेटर से अपराध के क्षेत्र में सुखिर्यों में आया नगर थाने के दक्षिण टोला मुहल्ला निवासी शमशीर कैफ उर्फ बंटी पर पुलिस से लेकर कोर्ट तक शिकंजा कसता जा रहा है. पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के भागलपुर जेल से बाहर निकलने पर साथ में सीवान तक का सफर करनेवाले शमशीर कैफ पर भले ही पहले से मुकदमों की लंबी फेहरिस्त हो, पर पुलिस को इससे कोई वास्ता नहीं रहा.
पुलिस उस पर हाथ डालने के बजाय शुरू से ही कैफ की ऊंची रसूख के चलते नजर हटाये रही. लेकिन, राजदेव रंजन हत्याकांड में कैफ के भी शामिल होने के पुलिस रेकाॅर्ड में बात आने तथा शहाबुद्दीन के साथ की उसकी तसवीर वायरल होने के बाद अचानक मामले ने तूल पकड़ लिया. लिहाजा, अन्य मामलों में पुलिस ने इश्तेहार चिपकाने के साथ ही कुर्की की कार्रवाई भी चंद घंटों में ही कर डाली. अब एक बार फिर शमशीर कैफ उर्फ बंटी सुप्रीम कोर्ट द्वारा उसके साथ रिश्तों के संबंध में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को नोटिस जारी करने के बाद चर्चा में आ गया है.
सोशल मीडिया में कैफ की स्वास्थ्य मंत्री के साथ वाली तसवीर वायरल हुई थी. इसके बाद ही पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कैफ व शहाबुद्दीन की संलिप्तता के जांच की मांग की है. इसे स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव व मो. शहाबुद्दीन को नोटिस जारी किया है. इसका दो सप्ताह में जवाब देना होगा.
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