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कानून व्यवस्था बिगड़ने का था भय !
मंथन. कैदियों के अन्य सेंट्रल जेलों में स्थानांतरण को लेकर उठ रहे कई सवाल चंदन व लड्डन हैं पूर्व सांसद के नजदीकी रईस खान से रही है पुरानी अदावत पत्रकार हत्या कांड के बाद पूर्व सांसद शहाबुद्दीन समेत एक दर्जन कैदी हुए थे स्थानांतरित पत्रकार हत्याकांड का मास्टरमाइंड लड्डन गया जेल, तो कुख्यात रईस बक्सर […]
मंथन. कैदियों के अन्य सेंट्रल जेलों में स्थानांतरण को लेकर उठ रहे कई सवाल
चंदन व लड्डन हैं पूर्व सांसद के नजदीकी
रईस खान से रही है पुरानी अदावत
पत्रकार हत्या कांड के बाद पूर्व सांसद शहाबुद्दीन समेत एक दर्जन कैदी हुए थे स्थानांतरित
पत्रकार हत्याकांड का मास्टरमाइंड लड्डन गया जेल, तो कुख्यात रईस बक्सर जेल स्थानांतरित
तेजाब हत्याकांड का सजायाफ्ता चंदन भी गया सेंट्रल जेल गया
सीवान : आमतौर पर किसी चुनाव के समय ही जेल से कैदियों को अन्यत्र जेल में स्थानांतरित करने की परंपरा रही है. मई में पत्रकार राजदेव रंजन हत्या कांड के बाद भी जेल में बंद पूर्व सांसद मो. शहाबुदीन समेत एक दर्जन कैदियों को अन्यत्र केंद्रीय कारा में स्थानांतरित किया गया था.
इसके करीब तीन माह के अंदर फिर मंडल कारा, सीवान में बंद तीन कुख्यातों का स्थानांतरण अन्य जेलों में हुआ है. पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन सहित अन्य कैदियों के स्थानांतरण के बाद विभिन्न लगाम लगाये गये थे. अब फिर इन तीनों कैदियों के स्थानांतरण से कयास लगाया जा रहा है. जिला प्रशासन इस स्थानांतरण को सुरक्षा व कानून व्यवस्था के मद्देनजर स्थानांतरण की बात कहते हुए इसे सामान्य कार्रवाई बता रहा है.
बता दें कि डीएम-एसपी के आदेश पर गृह विभाग के आदेश पर मंडल कारा में बंद दो कैदियों लड्डन मियां व चंदन चौधरी को गया केंद्रीय मंडल कारा गुरुवार को स्थानांतरित किया गया था. इनमें पत्रकार हत्या कांड का मास्टरमाइंड लड्डन मियां, कुख्यात रर्इस खान व तेजाब हत्याकांड का आरोपित चंदन चौधरी शामिल हैं.
तीनों पर दर्ज हैं कई संगीन मामले : जिले के सिसवन के ग्यासपुर का निवासी कुख्यात रर्इस खान अंतरराज्यीय स्तर का अपराधी बताया जाता है. उस पर करीब तीन दर्जन हत्या, रंगदारी, लूट, अपहरण आदि संगीन मामले दर्ज हैं. उसे 28 जून को हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया था.
वहीं, नगर थाने के रामनगर का रहनेवाला अजहरुद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का मास्टरमाइंड रहा है. उसपर भी करीब डेढ़ दर्जन आर्म्स एक्ट, हत्या की साजिश, हत्या, अपहरण, रंगदारी आदि के मामले दर्ज हैं. उधर, चंदन चौधरी व्यवसायी चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू के दो बेटों की तेजाब से नहला कर हत्या मामले में आजीवन कारावास का साजायाफ्ता है.
संघर्ष की थी आशंका : इन तीनों के स्थानांतरण पर जेल प्रशासन कुछ बताने से बच रहा है. लेकिन, ऐसा आकलन किया जा रहा है कि कैदी चंदन चौधरी व लड्डन मियां की पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन से नजदीकी बतायी जा रही है. वहीं, कुख्यात रर्इस खान का पूर्व सांसद से पुरानी अदावत रही है.
ऐसे में दोनों पक्षों में किसी संघर्ष की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसमें जेल का माहौल व सुरक्षा प्रभावित हो सकता है. वहीं, इनके जेल में रहने से जिले की कानून व्यवस्था व अमन शांति पर भी प्रभाव पड़ सकता है. वहीं, इनके जेल से ही नेटवर्क से इनकार नहीं किया जा सकता है. संभावना है कि इन्हीं स्थितियों के कारण इनका मंडल कारा, सीवान से स्थानांतरण किया गया है.
कैदियों का स्थानांतरण एक प्रक्रिया
कैदियों का अन्यत्र जेल में स्थानांतरण एक प्रक्रिया है. कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा का आकलन व जेल की स्थिति का मुआयना करने के बाद जिला प्रशासन अपनी अनुशंसा एवं रिपोर्ट गृह विभाग को सौंपता है. गृह विभाग द्वारा रिपोर्ट के आकलन आदेश के बाद कैदी का स्थानांतरण किया जाता है. इन तीनों कैदियों का स्थानांतरण सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था के मद्देनजर हुआ है.
सौरभ कुमार साह, पुलिस कप्तान, सीवान
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