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सीवान की ख्वाजा कंपनी लगायेगी डेयरी उद्योग

खुशखबरी . सौ करोड़ के प्रोजेक्ट में डेयरी उद्योग समेत फुड प्लांट की है योजना ख्वाजा एग्रो प्राइवेट लि. के एमडी मंसूर आलम के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने किया नीदरलैंड का दौरा मई माह के अंतिम सप्ताह में आ रही नीदरलैंड की टीम प्रोजेक्ट को देगा अंतिम रूप सीवान : दुग्ध उत्पादन में […]

खुशखबरी . सौ करोड़ के प्रोजेक्ट में डेयरी उद्योग समेत फुड प्लांट की है योजना

ख्वाजा एग्रो प्राइवेट लि. के एमडी मंसूर आलम के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने किया नीदरलैंड का दौरा
मई माह के अंतिम सप्ताह में आ रही नीदरलैंड की टीम प्रोजेक्ट को देगा अंतिम रूप
सीवान : दुग्ध उत्पादन में अग्रणीय नीदरलैंड के साथ मिलकर सीवान की ख्वाजा एग्रो प्राइवेट लि. कंपनी यहां डेयरी उद्योग स्थापित करेगी. तकरीबन एक सौ करोड़ के प्रोजेक्ट का डेयरी व फूड प्रोसेसिंग प्लांट भी हिस्सा होगा. इस क्रम में हाल ही में नीदरलैंड का दौरा कर लौटे एग्रो प्राइवेट लि. कंपनी के एमडी मंसूर आलम ने कहा कि मई माह के अंतिम सप्ताह में यहां नीदरलैंड से आ रही टीम परियोजना को अंतिम रूप देगी.
आलम ने कहा कि अपने पांच दिवसीय दौरे के तहत हमने नीदरलैंड के होलैंड में स्थापित डेयरी उद्योग समेत अन्य प्रोजेक्टों का अवलोकन किया. मेरे साथ टीम में इमामुद्दीन, अफरोज आलम, शैफ अली, सुनील कुमार व सद्दाम आलम शामिल थे. नीदरलैंड में भारतीय मूल के विशेषकर बिहार के मूल वंशज अधिक संख्या में हैं, जिनके द्वारा लगाये गये उद्यम की अपनी पहचान है. वहां भोजपुरी भाषियों की संख्या भी अधिक है. ऐसे में नीदरलैंड में भी बिहार की माटी की खुशबू का एहसास होता है.
नीदरलैंड में रह रहे भारतीय मूल के जयजय राम व सुनील सिंह की कंपनी ग्रांसलूट कैंपेन के साथ उद्योग लगाने का सझौता हुआ है. इसके लिए हमने सीवान जिले में ही एक सौ एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का वादा किया है. वक्फ बोर्ड का चेयरमैन होने के नाते वक्फ की भूमि लीज पर दिए जाने की सरकार के साथ बातचीत चल रही है, जिसकी स्वीकृति अंतिम दौर में है. यहां लगने वाले प्रोजेक्ट के कारोबार को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार के लिहाज से जिले का सबसे बड़ा उपक्रम साबित होगा.
नीदरलैंड से पहुंचे हैं पूर्वजों की माटी को नमन करने : नीदरलैंड के जयजय राम व सुनील सिंह के पूर्वज भारतीय हैं. उनके मुताबिक पूर्व की पांचवीं पीढ़ी भोजपुरी क्षेत्र की ही रही. हमारे पूर्वजों ने अपने सामर्थ से नीदरलैंड में अपनी पहचान बनायी. बड़ी संख्या में भोजपुरी भाषी लोग नीदरलैंड में रहते हैं. अपने पूर्वजों की भूमि पर उनकी याद में कुछ करने की योजना के साथ ये दो वर्ष पूर्व भारत आये. इस दौरान उनकी मुलाकात ख्वाजा एग्रो प्राइवेट लि. के एमडी मंसूर आलम से हुई. सदर प्रखंड के मोहद्दीनपुर निवासी श्री आलम कहते हैं कि दिल्ली के बिहार भवन में दो वर्ष पूर्व हमसे मुलाकात हुई.
उनके प्रस्ताव को देखते हुए उद्योग में साझेदारी करने पर सहमति जतायी. इसके बाद वेलोग सीवान आ चुके हैं. इस दौरान प्रथम राष्ट्रपति डाॅ. राजेंद्र प्रसाद के जीरादेई स्थित पैतृक घर व मौलाना मजहरूल हक की कर्मस्थली फरीदपुर स्थित आशियाना का भ्रमण किया था. इसके बाद से ही उनलोगों ने यहां उद्योग लगाने का मन बनाया. अपने पूर्वजों की याद में ये लोग उद्योग लगा कर यहां की तरक्की में हिस्सेदार बनने की इच्छा रखते हैं.

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