सीवान : जिले के प्रमुख कारोबारियों में शुमार हरिशंकर सिंह के अपहरण के आठ दिन बीत जाने के बाद भी उसे अब तक बरामद नहीं किया जा सका है, जिससे उसके परिवार में दहशत का माहौल है. हालांकि घटना के बाद से ही पुलिस कार्रवाई में जुटी है. बिहार के कई जिलों से लेकर यूपी और झारखंड में भी छापेमारी के साथ ही नेपाल से लेकर लखनऊ व दिल्ली तक पुलिस दस्तक दे चुकी है.
जहां से भी इस मामले के तार जुड़े होने की संभावना दिखती है, पुलिस वहां तुरंत कार्रवाई कर रही है. चिह्नित आपराधिक गिरोहों और उनसे जुड़े ठिकानों पर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. लेकिन अब तक उल्लेखनीय सफलता नहीं मिलने से पुलिस भी पसोपेश में है.
नेपाल व तिरहुत क्षेत्र में पुलिस की कार्रवाई तेज : हरिशंकर की तलाश में पुलिस पर दबाव लगातार बढ़ रहा है. पुलिस भी किसी तरह अपहृत हरिशंकर की सकुशल वापसी के लिए लगातार प्रयासरत है. पुलिस टीम नेपाल के वीरगंज समेत अन्य स्थानों पर लगातार छापेमारी में जुटी है. नेपाल पुलिस से मिल कर विभिन्न होटलों और चिह्नित जगहों पर छापेमारी की गयी.
साथ ही सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेतिया, मोतिहारी, शिवहर व रक्सौल के नेपाल से सटे इलाकों में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. कुल मिला कर पुलिस अपहृत हरिशंकर की बरामदगी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती.
सड़क रास्ते डुमरिया पुल पार कर आगे बढ़े थे अपहर्ता : पुलिस की लगातार जांच और मिले सुरागों के आधार पर यह बात लगभग सामने आ चुकी है कि कुछ दूर जा कर दोनों सिल्वर बोलेरो अलग-अलग दिशा में चली गयीं और आगे बढ़ कर अपहरणकर्ताओं ने हरिशंकर को डस्टर गाड़ी में बैठाया.
उसके साथ-साथ एक स्कॉर्पियो भी चल रही थी, जो डुमरिया पुल पार कर खजुरिया में रुकी, जहां से एक और डस्टर और बोलेरो गाड़ी साथ हो गयी, जिनमें दो गाड़ियां बेतिया की ओर और दो मोतिहारी रूट में रवाना हुई. पुलिस हरिशंकर की तलाश में सभी पहलुओं की जांच में तत्परता से जुटी है और सभी मुमकिन कोशिश हो रही है. साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में पुलिस टीम लगातार कार्रवाई में जुटी है. पुलिस को अब तक जो सुराग हाथ लगे हैं,
उसमें हरिशंकर को नेपाल और उसके सीमावर्ती बिहार के जिलों में ही रखे जाने की संभावना ज्यादा दिख रही है. इस कारण भी पुलिस इन क्षेत्रों व इनसे जुड़े यूपी के इलाकों में विशेष नजर रख रही है.
तीन दर्जन संदिग्धों से हो चुकी है पूछताछ : कारोबारी हरिशंकर की बरामदगी में जुटी पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है और साक्ष्य तलाश रही है, ताकि अपराधियों तक पहुंचा जा सके. अब तक तीन दर्जन से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की जा चुकी है.
इसकी जद में चिह्नित आपराधिक गिरोह व अपराध व अपहरण की दुनिया में पिछले एक दशक पूर्व चर्चित रहे आपराधिक सरगना व उनके गिरोह के सदस्य शामिल हैं. सर्विलांस से भी मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई जारी है, लेकिन जब तक सफलता नहीं मिल जाती, कुछ भी कहना संभव नहीं है. रविवार को भी संदेह के आधार पर आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
व्यवसायी हरिशंकर सिंह की बरामदगी के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है. उनकी सकुशल वापसी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. इनकी बरामदगी और अपराधियों की गिरफ्तारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जायेगी. हरिशंकर के परिजनों से पुलिस लगातार संपर्क में है तथा उनका और स्थानीय नागरिकों का भी सहयोग मिल रहा है. जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है.
सौरभ कुमार साह, पुलिस कप्तान, सीवान
क्या है घटना क्रम
गत रविवार को पचरुखी रेलवे स्टेशन पर टहलने के दौरान सुबह 6:30 बजे अपहरणकर्ताओं ने हरिशंकर का अपहरण कर लिया था. घटना के आठ दिन बीत जाने के बाद भी हरिशंकर का कोई सुराग नहीं मिलने से परिजनों में बेचैनी और चिंता लगातार बढ़ती जा रही है. परिवार के पास भी किसी अन्य श्रोत से फिरौती आदि के लिए फोन अब तक नहीं आया है. परिवार को हरिशंकर की सकुशल वापसी का इंतजार है.