संवाददाता : नीमाचांदपुरा केंद्र व राज्य सरकार भले ही घर-घर बिजली की रोशनी पहुंचाने का दावा कर रही हो, परंतु अधिकारियों की लापरवाही के कारण कई गांवों में अब तक बिजली नहीं पहुंची है. डंडारी प्रखंड की दक्षिणी कटरमाला पंचायत के वार्ड चार की राम टोला बिजली नहीं पहुंची है.
आजादी के कई दशकों बाद भी बिजली से वंचित इस महादलित परिवारों ने मंगलवार को राजोपुर-डंडारी पथ पर उतर कर घंटों विरोध प्रदर्शन किया. इस अवसर पर प्रदर्शन कर रहे अजय राम, सुखदेव मोची, रामदेव कुमार मोची, विष्णुदेव मोची, दिलीप कुमार मोची, गणेश मोची, मंटुन मोची, राजेंद्र मोची, राजेश कुमार आदि लोगों ने बताया कि महादलित रहने के कारण हमलोगों को बिजली से वंचित रखा जा रहा है.
जबकि इस महादलित बस्ती की चारों तरफ बिजली पहुंचा दी गयी है. उनका आरोप लगाया है कि गांव में इस बस्ती में बिजली पहुंचाने के एवज में इंजीनियर ने प्रत्येक परिवार से 15-15 सौ रुपये नजराना मांग रहा है. इसकी शिकायत जिलाधिकारी से भी की गयी है.
ज्ञात हो कि नजराना मांगने वाले उक्त इंजीनियर अभी कटरमाला गांव के ही अन्य मोहल्लों में बिजली का कार्य करवा रहे हैं. लोगों ने बताया कि बिजली की खातिर विधान पार्षद रजनीश कुमार से भी गुहार लगायी थी. विधान पार्षद ने भी संबंधित अधिकारियों को उक्त मोहल्लों में बिजली पहुंचाने के लिए तार व पोल की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था, परंतु उनके निर्देश को भी अधिकारी तरजीह देने को तैयार नहीं है.
ग्रामीणों ने कहा कि इस समस्या का जल्द-से- जल्द समाधान नहीं हुआ, तो समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन अनशन करने को मजबूर हो जायेंगे. बिजली नहीं रहने से यहां के लोगों को मोबाइल चार्ज कराने के लिए दूसरों के घर जाने को विवश होना पड़ता है. जहां पांच से दस रुपये लेने के बाद मोबाइल चार्ज करता है. इस संबंध में विभागीय कार्यपालक अभियंता का कहना है कि मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.