संवाददाता, दारौंदा (सीवान)
भाकपा माले प्रखंड एरिया कमेटी के तात्वावधान में तथा माले के पूर्व विधायक सह बिहार प्रदेश किसान सभा के उपाध्यक्ष अमरनाथ यादव के नेतृत्व में सोमवार को अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर दारौंदा थाने का घेराव किया गया़, जिसमें मिल्की गांव में महादलित परिवार को उसी गांव के दबंगों ने जून माह में मारपीट कर घायल कर दिया था. उस मामले में एफआइआर भी दर्ज की गयी़ बावजूद, दोषी खुलेआम घूम रहे हैं. दूसरी घटना नौ सितंबर को शादपुर गांव में सुरेंद्र प्रसाद की पत्नी लालमती देवी को उसी गांव के मन्नु गिरि, ब्रह्मदेव गिरि, देव कुमार गिरि के द्वारा नाली के मामले को ले उन पर जानलेवा हमला किया गया़ एफआइआर दर्ज करने जब पीड़िता थाने में गयी तो थाने से भगा दिया गया़ तीसरी घटना 11 सितंबर को उजाय गांव की लाखपतो देवी को गुंडों द्वारा अपनी हवस का शिकार बना कर मौत के घाट उतार दिया गया और शव को पेड़ से लटका दिया गया़ यह अपराधियों की क्रूरता की पहचान है. इसकी जितनी निंदा की जाये, उतनी कम है़ चौथा मामला मिल्लक ी, सादपुर तथा उजाय तीन घटनाओं में पुलिस की लापरवाही और मिलीभगत से अभी तक अपराधियों पर पुलिस ने नकेल नही कसा और न ही गिरफ्तार कर सकी़ पांचवीं मांगों में माले ने कहा कि उजांय गांव के मिथिलेश सिंह द्वारा अवैध तरीके से सरकारी शीशम के पेड़ काट कर ट्रैक्टर पर लकड़ी समेत पुलिस ने गिरफ्तार किया, लेकिन बाद में छोड़ दिया और बेवजह पिपरा के मधुसूदन ठाकुर, हड़सर के विक्रमा महतो को परेशान किया जा रहा है़ इस तरह के तंग-तबाह करने पर पुलिस रोक लगाये और दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कऱे स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने व और फरार की स्थिति में उनकी संपत्ति को कुर्क करने का आश्वासन दिया गया, तब जाकर माले कार्यकर्ता वापस लौट़े इस मौके पर महाराजगंज, दारौंदा तथा सीवान के पुलिस बल को तैनात किया गया था़ इस मौके पर नैमुद्दीन अंसारी, सोहिला गुप्ता, विजय राम, शिवरतन यादव, हसमुद्दीन मियां, दिनेश राम, उसमान अंसारी, चैलेजर भारती, कयामुद्दीन अंसारी, लालबाबू यादव, उपेंद्र प्रसाद, रामजन्म साह, भृगुनाथ यादव के अलावा अन्य लोग मौजूद थ़े