* चौक-चौराहों को जाम कर भाजपाइयों ने जताया आक्रोश
।। कृष्ण मुरारी पांडेय ।।
सीवान : बिहार में भाजपा और जदयू का गंठबंधन टूटने से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विश्वासघात दिवस मनाया और इस मौके पर बिहार बंद का आह्वान करने के बाद पूरे दमखम से बंद को सफल बनाया. उधर वर्ष 2005 के बाद विपक्ष की भूमिका में प्रथम बार सड़क पर उतरी भाजपा द्वारा कराये जा रहे बंद को स्थानीय लोगों ने भी समर्थन दिया.
बिहार बंद को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता सुबह छह बजे से ही सड़कों पर उतर गये थे. जिले में बंद का नेतृत्व सदर विधायक व्यासदेव प्रसाद, नगर उपाध्यक्ष कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह, भाजपा जिलामंत्री राहुल तिवारी, नगर अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, नगर महामंत्री जयप्रकाश गुप्ता, सदर सीवान भाजपा प्रखंड अध्यक्ष अभय श्रीवास्तव, भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष सुमित भारद्वाज, प्रदीप कुमार रोज आदि ने मुख्य रूप से किया. बंद के दौरान कई जगहों पर भाजपा के कार्यकर्ताओं को विरोध का भी सामना करना पड़ा. बंद को लेकर कहीं भी जोर-जबरदस्ती की बात देखने को नहीं मिली.
बंद को लेकर भाजपाइयों ने नागरिक सुविधाओं का ख्याल रखा. बंद के दौरान न तो कहीं ट्रेन रोकी गयी और न ही इमरजेंसी सेवाओं को बाधित किया गया. इस बात की पुष्टि स्टेशन अधीक्षक जेएन प्रसाद ने भी की. स्टेशन अधीक्षक ने कहा कि बंद का प्रभाव सीवान जंकशन पर नहीं था.
आंदोलनकारियों द्वारा रेल यातायात को बाधित नहीं किया गया था. रेल, छोटे वाहन और आपातकालीन सेवाओं को बंद के दायरे से बाहर रखा गया था. उधर बंद व भाजपा आंदोलनकारियों से निबटने के लिए जिला मुख्यालय के सभी प्रमुख केंद्रों पर पुलिस प्रशासन चौकन्ना रहा.
जिलाधिकारी गोपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार के निर्देश पर एसडीओ दुर्गेश कुमार और एसडीपीओ स्मिता सुमन, सीओ सीवान सदर आदि के साथ जहां बंद के दौरान पैट्रोलिंग करते रहे, वहीं नगर क्षेत्र में टाउन इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह और मुफस्सिल क्षेत्र में थानाध्यक्ष आरके सिंह तमाम जगहों पर बलों की तैनाती कर आंदोलनकारियों पर नजर रखे रहे.
* सीएम से इस्तीफे की मांग
भाजपा-जदयू गंठबंधन तोड़ देने से नीतीश कुमार सेकूलर नहीं हो सकते. भाजपा नेता नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब गुजरात में अल्पसंख्यकों का कत्लेआम हो रहा था, उस वक्त नीतीश जी चुप क्यों थे. ये बातें राजद अकलियत कमेटी प्रदेश सचिव मो. एहतेशामुल हक सिद्दीकी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहीं. उन्होंने भाजपा के द्वारा आयोजित बिहार बंद को असफल बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा देकर पुन : जनता के बीच जाने की मांग की.
इस्तीफा मांगनेवालों में धनंजय कुशवाहा, मिथलेश यादव, मो. जलालुद्दीन अहमद, इलतिजा इमाम, शशि सौरभ, बादशाह आलम, प्रो. अमीर हमजा,रामछबिला यादव, रामाशंकर निशांत, अफजल इकबाल सना,हरेंद्र सिंह पटेल, बबन यादव, किशोर गिरि, ओमप्रकाश यादव, ललन यादव, अरबिंद गुप्ता, हेमनारायण साह,प्रभुनाथ यादव सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हैं.
* पसमांदा समाज ने सीएम को दी बधाई
सूबे के मुख्यमंत्री ने भाजपा से नाता तोड़ कर एक साहसी काम किया है, इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं. भाजपा के द्वारा बिहार बंद पूरी तरह असफल रहा है. ये बातें जय प्रकाश विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य सह ऑल इंडिया पसमांदा मुसलिम फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. महमूद हसन अंसारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहीं.
मुख्यमंत्री को बधाई देनेवालों में जिला पसमांदा मुसलिम महाज के अध्यक्ष ऐसार अहमद अंसारी, अब्दुल मनान अंसारी, अब्दुल रउक अंसारी, जावेद अहमद, आरिफ हुसैन, प्रो. समीर अख्तर, अंसारी अब्दुल बारी शाह,असगर कुरैशी, एकबाल अंसारी, फैयाद अंसारी, रसीद अहमद, मो. इसराईल अंसारी, सलाउद्दीन अंसारी, अब्दुल खलील सैफी, मो. इस्लाम सुलेमानी आदि शामिल हैं.
– झलकियां
नगर के प्रमुख जेपी चौक पर पूर्वाह्न् छह बजे से ही वाहनों को आड़ा तिरछा कर सड़कों कों पर यातायात को बंद कर दिया गया था. नगर अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, नगर महामंत्री जयप्रकाश गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार रोज, हीरालाल सोनी, संतोष साह आदि के नेतृत्व में सैकड़ों भाजपाई हाथ में झंडा-बैनर लेकर जदयू विरोधी नारे लगा रहे थे और हर आने जाने वालों को रोक रहे थे.
बंद को लेकर निकाला गया मोटरसाइकिल जुलूस आकर्षण का केंद्र था. सदर भाजपा विधायक व्यासदेव प्रसाद, नगर उपाध्यक्ष कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह, संजय पांडेय, जिलामंत्री राहुल तिवारी, सतीश तिवारी, युगुल मिश्र, इंदल मांझी, देवेंद्र गुप्ता, सुधीर जायसवाल, चंदन बैठा, मनीष तिवारी, वरीय नेता भृगुनाथ प्रसाद व उखई पंचायत के पूर्व मुखिया नागेंद्र सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर पूरे नगर में जुलूस निकाला और लोगों से बंद को समर्थन करने की अपील की.
गोपालगंज मोड़ पर सभी चौराहों को बंद कर दिया गया था. यहां भाजपा सदर सीवान के प्रखंड अध्यक्ष अभय श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष रामाधार तिवारी, महामंत्री अरविंद गिरि, भूतपूर्व महामंत्री शत्रुघ्न सिंह, कमलेश सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुरेंद्र प्रसाद, हरेंद्र सिंह एवं तमाम पंचायत अध्यक्षों के साथ बंद को सफल बनाने में सक्रिय थे. जदयू विरोधी नारों से पूरा नगर गूंजायमान हो रहा था.
गोपालगंज से सीवान आने वाले मुख्य पथ को अमलोरी विद्यासुंदर उच्च विद्यालय के मोड़ पर बाधित कर दिया गया था. भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष सुमित भारद्वाज, सुजीत सिंह, सुशील सिंह, मारुति सिंह, विजय बहादुर सिंह, साहेब सिंह, अभिजीत कुमार, दीपू सिंह, अजित सिंह, सोनू सिंह, विनय सिंह, रिशू सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बंद को सफल बनाने में जुटे थे. बंद को लेकर सीवान गोपालगंज पथ पर ट्रकों की लंबी लाइन अमलोरी में लग गयी थी और चालक आंदोलनकारियों के आगे विवश थे.
वाहनों का आवागमन ठप होने से परेशान रहे यात्री. छोटे वाहनों की रही चांदी. यात्रियों से किया गया मनमाना किराया वसूल. महिलाओं व बच्चों को सर्वाधिक उठानी पड़ रही थी बंद के कारण दिक्कत.
* न ट्रेन रोकी न इमरजेंसी को किया बाधित
* किसी के साथ नहीं हुई जोर जबरदस्ती
* भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च व बाइक जुलूस निकालने के बाद यातायात किया बाधित
* जम कर हुई नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी
* चौक-चौराहों पर चौकन्नी रही पुलिस