सरयू का जल स्तर 60.86 के पार, नरौली में मुख्य बांध तक पहुंचा पानी
दरौली गांव के समीप निचले इलाकों में घुसने लगा पानी
गाइड बांध पर फिर दबाव बना रही गंडक
लगातार बनती-बिगड़ती स्थिति से लोगों में भय
महाराजगंज : विगत डेढ़ माह से गंडक की धरा विश्वंभरपुर में अपना कई रंग दिखा चुकी है. गंडक की उफनती धारा से कालामटिहनियां के ग्रामीण जहां बाढ़ का दंश झेल चुके हैं, वहीं खरगौली के 70 परिवार अपना आशियाना छोड़ चुके हैं. नदी की धारा विश्वंभरपुर में बेडबार को काट चुकी है और कई बार गाइड बांध से भी टकरा चुकी है. लोगों में नदी से कटाव को लेकर शंका है. ग्रामीण बताते हैं कि नदी की धारा कब उग्र हो जाये, यह कोई नहीं जानता. यदि नदी ने कटाव किया तो विश्वंभरपुर बाजार के साथ हाईस्कूल, मिडिल स्कूल के साथ गांव का भी अस्तित्व मिट जायेगा. विभाग भी नदी के बदलने वाले रुख को समझ रहा है और हर संभावनाओं से बचने के लिए नदी की धारा पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रहा है. फिलहाल नदी से किसी तरह की खतरे की बात नहीं है.
विभाग ने तेज किया फाइटिंग वर्क
गाइड बांध के पास एंटी इरोजेन और फाइटिंग कार्य तेज कर दिया है. वरीय अभियंताओं की टीम की देख-रेख में नदी की धारा पर अंकुश लगाने के लिये युद्ध स्तर पर कार्य कराया जा रहा है. गाइड बांध के किनारे बोल्डर के अलावा नायलॉन कैरेट, जियो बैग, सैंड बैग, पर्कोपाइन और आयरन कैरेट के सहारे बांध पर नदी की धारा के दबाव को कम करने के लिये काम चल रहा है.
तटबंध पर कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह, कनीय अभियंता, दिनेश कुमार, राजेश कुमार, भीम राय आदि कैंप कर रहे हैं.