सीवान : अब किसानों को खेती करना अधिक आसान और सुलभ होगा. कम दर पर किसान खेती के लिए विभिन्न तरह के उन्नत यंत्रों का इस्तेमाल कर सकेंगे. इससे किसानों को कम लागत पर अधिक आमदनी होगी. यह कृषि यंत्र बैंक इनके सबसे बड़ा मददगार बनेगा और इससे किसानों की
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जीविका के माध्यम से खुलेंगे 19 कृषि उपकरण बैंक
सीवान : अब किसानों को खेती करना अधिक आसान और सुलभ होगा. कम दर पर किसान खेती के लिए विभिन्न तरह के उन्नत यंत्रों का इस्तेमाल कर सकेंगे. इससे किसानों को कम लागत पर अधिक आमदनी होगी. यह कृषि यंत्र बैंक इनके सबसे बड़ा मददगार बनेगा और इससे किसानों की किस्मत बदलेगी. इसके लिए जिले […]
किस्मत बदलेगी.
इसके लिए जिले के हर पंचायतों में कृषि यंत्र बैंक की स्थापना होगी. इसके लिए कस्टमर हायरिंग केंद्र (सीएचसी) बनाने की योजना है. जहां से किसान सस्ते और सुलभ दर पर कृषि यंत्रों का खेती के लिए इस्तेमाल कर, खर्च में कमी कर उत्पादकता बढ़ा सकते हैं. इसकी स्थापना पर सरकार 80 प्रतिशत तक अनुदान देगी. अभी पहले चरण जीविका के माध्यम से 19 प्रखंडों के एक-एक ग्राम संगठनों में कृषि उपकरण बैंक की स्थापना की जायेंगी. अगर यह सफल रहा तो आगे जिले में संचालित हो रहें एक हजार ग्राम संगठनों में खोला जायेगा. यहां से किसानों को सस्ते दर पर कृषि उपकरण उपलब्ध हो सकेगा.
जिससे संगठन की कमाई होगी और बेरोजगारी भी दूर होगा. बैंक के खुलने से यह फायदा होगा कि किसानों को आसानी से खेती के लिए कृषि यंत्र मिल जायेगा और समूह के सदस्यों को काफी लाभ होगा. यहीं नहीं कृषि यंत्रों का उपयोग बढ़ने से उत्पादकता भी काफी बढ़ेगी. जीविका के अलावा स्वयं सहायता समूह, पैक्स, ग्राम संगठन किसान समूह के सदस्यों द्वारा भी यह बैंक खोला जाना है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 10, 20 या 40 लाख तक के कृषि यंत्रों का बैंक बनाया जा सकता है,
जिस पर सरकार अनुदान देगी. इस कृषि यंत्र बैंक के माध्यम से किसानों को उचित दर पर यंत्र किराए पर मिल जाएगा. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कृषि उपकरण बैंक में कंबाइनहार्वेस्टर, ट्रैक्टर, ट्रैक्टर टीलर, पावर टीलर, रोटावेटर, कंबाइन हार्वेस्टर, स्वचालित रीपर, डिस्क हैरो, जीरो टिलेज, पोटेटो प्लांटर, शूगर केन कटर प्लांटर, मिनी राइस मिल, डिबलर सिंचाई पाइप, स्व चालित रीपर, मिनी चालित रीपर, मिनी दाल मिल, मखाना पोपलिंग मशीन, लेजर लेवलर, पैडी ट्रांसप्लांटर, स्ट्रां रीपर और मोबाइल सीड प्रोसेसिंग आदि उपकरण शामिल है.
जीविका के डीपीएम अशोक राय ने बताया कि कृषि उपकरण बैंक जीविका के ग्राम संगठन के माध्यम से पहले सभी प्रखंडों के एक-एक पंचायत में खोला जायेगा. इससे किसानों को उचित मूल्य पर खेती के लिए कृषि यंत्र की उपलब्धता रहेगी. राज्य में बेहतर खेती के लिए यह कारगर साबित होगा. इससे सभी को लाभ होगा. अगर यह बैंक सफल रहा तो सभी पंचायातों में धीरे-धीरे खोला जायेंगा. इसके लिए जल्द ही कृषि विभाग से संपर्क किया जायेंगा.ताकि इस योजना का लाभ हर किसी
को मिल सकें.
किसानों को सस्ती दर पर मिलेंगे कृषि के सभी उपकरण
जिले में कार्य कर रहे एक हजार ग्राम संगठन
संगठन की होगी कमाई, बेरोजगारी होगी दूर
बोले कृषि पदाधिकारी
अगर जीविका के लोग इसके लिए संपर्क करते है तो हर पंचायत में कृषि उपकरण बैंक खोलेने के लिए विभाग मदद करेगा. इन्हें हमलोग प्राथमिकता में रखेंगे.
राजेंद्र कुमार वर्मा,जिला कृषि पदाधिकारी
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