सीवान : शहर के राजेंद्र स्टेडियम में तंजीमे हुसैनी के तत्वावधान में जश्ने वेलादते इमाम हुसैन अलै. का आयोजन रविवार को किया गया. हजरत इमाम हुसैन के जन्मदिवस के मौके पर हर साल हुसैन डे के रूप में मनाया जाता है.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से दिल्ली से आये राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ग्युरुल हसन, पूर्व मंत्री व अवध बिहारी चौधरी, राजद जिलाध्यक्ष परमात्मा राम, जदयू नेता व सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मंसूर आलम, इंद्रदेव भगत, अमरनाथ यादव, धनंजय सिंह, शबनम नवाज , एआर नवाज उपस्थित थे. तिलावते कुरआन पाक से हुई कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम की शुरुआत तिलावते कुरआन पाक से हाफिज शहादत हुसैन ने की. इस मौके पर अपने तकरीर में कलियर शरीफ से आये सूफी आबिद हुसैन ने कहा कि वेलादते इमाम हुसैन मनाना इसलिए जरूरी है कि इसी से इंसानियत की पनाह और दिने हक्कानीयत की बका है (इसके बगैर सब नामुकम्मल है) उन्होंने कहा कि हुसैन ही एक जात ऐसी है जदयू नेता मंसूर आलम ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन की वेलादत उर्दू महीना के तीन शाबान को है. अजमेर शरीफ से आये शैलेंद्र सिंह ने अपना कलाम पढ़ा. हिंदुस्तान में आप चले आइये हुसैन, कदमो को चूम-चूम के खिदमत करेंगे हम फारूक सिवानी ने इमाम हुसैन की शान में अपना कलाम पढ़ा दरे हुसैन अकीदत की ऐसी मंजिल है, जहां नेफाक का कोई गुजर नहीं होता . शंकर कैमुरी ने कहा कि रखा न हाथ आपने दस्ते यजीद पर , शब्बीर ने ज़मीर का सौदा नहीं किया . नन्हा बालक फराज फारूक ने कलाम पढ़ खूब वाह वाही लूटी पनप उठेंगे वहीं तालिबान के पौदे, जहां हुसैन का चर्चा कभी नहीं होगा .
तनवीर जौनपुरी ने कहा सजदाये हक में गला अपना कटाने वाले, नोके नेजा पे कुरआन पढ़ा करता है. इनके अलावा भी लखनऊ से आये स्वामी सारंग, आदिल गांधी दिल्ली, अख्तर वारसी, कायम रजा खुरमाबादी , रेहान मुस्तफाबादी , मौलाना वासीउलहक, मौलाना नदीमुल कादरी , कैश गोपालपुरी , मौलाना नैयर , शब्बर इमाम आदि ने तकरीर व अपना कलाम पढ़ा . प्रोग्राम के दौरान लोगों के बीच सेवई , ठंडा व ठंडा पानी का इंतजाम किया गया था .
कार्यक्रम का संचालन जाहिद कानपुरी ने किया . इस मौके पर नसीम अख्तर , सोना खान मुखिया , औरंगजेब आलम , नवलपुर करबला कमेटी के सचिव मो. आजाद , रिजवान अहमद , अनवर सिवानी सैकड़ों लोग मौजूद थें