9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आचार संहिता उल्लंघन में सीएस फंसे!

-जिला पार्षद ने की डीएम से शिकायत -मामला डा शंभु प्रसाद को प्रभार सौंपने का सीतामढ़ीः सिविल सर्जन डा ओम प्रकाश पंजियार द्वारा कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है. उनके खिलाफ डीएम, राज्य निर्वाचन आयोग व भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत की गयी है. चोरौत प्रखंड की जिला पार्षद अनिता […]

-जिला पार्षद ने की डीएम से शिकायत

-मामला डा शंभु प्रसाद को प्रभार सौंपने का

सीतामढ़ीः सिविल सर्जन डा ओम प्रकाश पंजियार द्वारा कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है. उनके खिलाफ डीएम, राज्य निर्वाचन आयोग व भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत की गयी है. चोरौत प्रखंड की जिला पार्षद अनिता देवी ने भेजे आवेदन में कहा है कि आदर्श आचार संहिता

लागू है.इस बीच आयोग की बगैर अनुमति के चोरौत पीएचसी प्रभारी का प्रभार पुपरी पीएचसी प्रभारी को ग्रहण करने का आदेश दिया गया है जो आचार संहिता का उल्लंघन है.

क्या है पूरा मामला

आवेदन में जिला पार्षद का कहना है कि राज्य सरकार ने पीएचसी प्रभारी डा रामकैलाश मंडल को 14 फरवरी को स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति प्रदान किया. डा मंडल ने 20 फरवरी को सीएस को पत्र भेज अनुरोध किया कि पीएचसी में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी डा शंभु प्रसाद को प्रभार सौंपने का आदेश दिया जाये.

लोस चुनाव को ले मार्च में आचार संहिता लागू हो गया. साथ हीं स्थानांतरण व पदस्थापन या अन्य संबंधित कार्य बिना चुनाव आयोग की अनुमति के नहीं करना था.

बावजूद सीएस ने 10 मार्च को पुपरी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को चोरौत पीएचसी का प्रभारी, निकासी एवं व्ययनपदाधिकारी व लोक सूचना पदाधिकारी घोषित कर दिया, जबकि चोरौत में योग्य व कुशल चिकित्सा पदाधिकारी पदस्थापित हैं.जिला पार्षद ने कहा है कि सरकार व आयोग से बिना निर्देश प्राप्त किये सीएस द्वारा उक्त निर्णय लिया गया है, जिसमें राजनीतिक पहुंच, पैरवी व धन-बल की बू आती है.

एक पार्टी से खास लगाव

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को बताया गया है कि सिविल सर्जन व पुपरी पीएचसी

प्रभारी का एक राजनीतिक पार्टी से खास लगाव है.

इस लोस चुनाव में लाभ पहुंचाने के लिए नियम के विपरित यह कार्य किया गया है. डीएम से सीएस के

आदेश को निरस्त करने के साथ हीं उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गयी है.

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

इस बाबत सिविल सर्जन डा ओमप्रकाश पंजियार ने शनिवार को बताया कि उक्त मामले में आयोग से अनुमति लेना अनिवार्य है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. डीएम के स्तर से अगर उनसे पूछताछ की जाती है तो वे अपना पक्ष रखेंगे.

आयोग से अनुमति आवश्यक

आदर्श आचार संहिता कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि आयोग से अनुमति लेने के बाद हीं सीएस को उक्त कार्रवाई करना चाहिए था. वे इस संबंध में सीएस से बात करेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें