सीतामढ़ीः विगत चार-पांच दिनों से ठंड का कहर जारी है. अगर हवा की रफ्तार बढ़ी तो कड़ाके की इस ठंड से बचाव के हर तरीके विफल हो जायेंगे. लोगों का मानना है कि अभी ठंड के मौसम की शुरुआत है. अभी जब यह हाल है तो फरवरी व मार्च में तो ठंड का कहर बरपेगा. तब न जाने कितने लोगों की जान पर भी आफत आ जायेगी. हालांकि लोग ठंड से बचाव की जुगत में लगे हुए है.
अब सरकार की लोगों पर मेहरबानी जानिये. यह जान कर हर किसी को ताज्जुब होगा कि जिले की आबादी 34 लाख से अधिक है और इस पूरी आबादी को ठंड से कुछ हद तक राहत दिलाने के लिए अलाव को सरकार के स्तर से मात्र 50 हजार रुपये का आवंटन दिया गया है. पैसे आये कई रोज हो गये. अब तक अंचलों में नहीं भेजा गया है. यह बात अलग है कि चार-पांच दिन पूर्व जिला प्रशासन द्वारा सभी सीओ को अलाव की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया था. सभी सीओ को यह कहा गया कि अलाव की व्यवस्था कराएं, पैसा भेजा जा रहा है. परंतु जिले के किसी सीओ के स्तर से शायद ही अलाव की व्यवस्था करायी गयी है.
बथनाहा सीओ रामवचन राम कहते कहते हैं कि जिला से अलाव के मद में आवंटन नहीं मिला है. अभी अलाव की व्यवस्था नहीं करायी गयी है. वैसे व्यवस्था शीघ्र होगी. इधर, हाल यह है कि ठंड से बचने के लिए जिले के हजारों लोग 10 से 14 रुपये किलो तक लकड़ी की खरीदारी कर अलाव ताप रहे हैं. खास बात यह कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास लकड़ी खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं वे सब कूड़ा-करकट बटोर कर उसका अलाव ताप ठंड से जंग लड़ रहे हैं. इस बाबत जिला आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी मिर्जा आरिफ रजा ने बताया कि सभी सीओ को अपने-अपने क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया है.
सूर्य दर्शन को आतुर रहे लोग
पुपरीः चौथे दिन शुक्रवार को भी ठंड का कहर जारी रहा. ठंड से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग पूरे दिन भर सूर्य का दर्शन को तरसते रह गये. चल रही हल्की हवा से हीं कपकपी शुरू हो गयी है. लोगों का कहना है कि कुछ हीं दिनों बाद हाड़ गला देने वाली ठंड पड़ेगी. इतनी हीं ठंड में बच्चों का स्कूल जाना काफी कठिन हो गया है. बावजूद बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है. हालांकि बच्चें यह मना रहे हैं कि काश जल्दी हीं स्कूल बंद हो जाये ताकि घर पर उछल-कूद करते रहे. ठंड के चलते ऊनी कपड़ों की मांग बढ़ गयी है. दूकानों पर ग्राहकों की अच्छी-खासी भीड़ देखी जा रही है. प्रशासन के स्तर से अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. लोग अपने स्तर से हीं अलाव का उपाय कर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं. इधर, जदयू नेता अरविंद कुमार अमित, युवा जदयू अध्यक्ष सूरज कुमार व अमरेंद्र पांडेय ने जिला व अनुमंडल प्रशासन से अलाव की व्यवस्था कराने के साथ हीं गरीबों के बीच कंबल वितरण कराने की मांग की है.