सीतामढ़ी/मोतिहारी : राज्य सरकार ने उत्तर बिहार से सीआरपीएफ की टीम को हटा कर दक्षिण बिहार में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है. अब उत्तर बिहार से सीआरपीएफ को हटा कर झारखंड बॉर्डर पर तैनात किया जायेगा. बताया जाता है कि सरकार ने अपने निर्णय से सीआरपीएफ की सभी बटालियन को अवगत करा दिया है.
साथ ही उनका मंतव्य भी मांगा है. सीआरपीएफ की बटालियन को हटा कर लक्ष्मीपुर, चाकल, झझिया व कोच समेत 11 स्थानों चिह्न्ति किया गया है, जहां उन्हें भेजा जाना है.
बताते चलें कि दो माह पूर्व केंद्र सरकार ने उत्तर बिहार में प्रतिनियुक्त सीआरपीएफ की बटालियन को हटा कर छत्तीसगढ़ में तैनात करने का आदेश दिया था. इसके बाद सीतामढ़ी-मोतिहारी समेत विभिन्न स्थानों पर आंदोलन शुरू हो गया था. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी केंद्र सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया था.
बाद में राज्य सरकार ने भी केंद्र सरकार को यह बताया था कि नक्सल प्रभावित जिलों से सीआरपीएफ टीम को हटाना उचित नहीं है. बाद में केंद्र सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा था. इधर सीतामढ़ी को नक्सल प्रभावित जिला घोषित किये जाने के बाद भी उत्तर बिहार में तैनात एकमात्र 153वीं बटालियन को हटाने का फैसला सुन कर लोग स्तब्ध हैं.
इधर, चंपारण विकास संघर्ष मोरचा ने सीएम नीतीश कुमार से निवेदन किया है कि बिहार पुलिस मुख्यालय के इस आदेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा कर 153वीं बटालियन को पहले की तरह ही रहने दिया जाये.
बता दें कि उत्तर बिहार के कई जिले नेपाल व चीन से जुड़े हैं. पूर्व में भी यह साबित हो चुका है कि नक्सलियों के तार नेपाल व चीन के माओवादियों के अलावा पाकिस्तान के आइएसआइ से जुड़े हैं.