9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गुरुजी तो आते हैं पर छात्र नहीं

गुरुजी तो आते हैं पर छात्र नहीं फोटो नंबर- 3 छात्राओं को पढ़ाते शिक्षक, 4,5 व 5 छात्राएं. 11 मार्च से मैट्रिक की परीक्षा होने वाली है. इससे पूर्व 24 फरवरी से इंटर की परीक्षा होनी है. एक ओर जहां हाइस्कूलों में कई विषयों के शिक्षक नहीं है तो जो शिक्षक हैं, उनसे पढ़ने के […]

गुरुजी तो आते हैं पर छात्र नहीं फोटो नंबर- 3 छात्राओं को पढ़ाते शिक्षक, 4,5 व 5 छात्राएं. 11 मार्च से मैट्रिक की परीक्षा होने वाली है. इससे पूर्व 24 फरवरी से इंटर की परीक्षा होनी है. एक ओर जहां हाइस्कूलों में कई विषयों के शिक्षक नहीं है तो जो शिक्षक हैं, उनसे पढ़ने के लिए काफी कम बच्चे आते हैं. जानीपुर हाइस्कूल का सोमवार को जायजा लेने से कुछ ऐसा ही हाल दिखा. यह जान कर ताज्जुब होगा कि उक्त हाइस्कूल में मैट्रिक के एक भी छात्र-छात्रा क्लास करने नहीं आये थे. पेश है उक्त स्कूल की शैक्षणिक व्यवस्था की पूरी रिपोर्ट. इंटर विज्ञान के किसी भी विषय के शिक्षक नहीं इंटर कला में नामांकित 111 में मौजूद दिखी मात्र 31 छात्राएं नानपुर. प्रखंड के जानीपुर हाइस्कूल में शिक्षा व्यवस्था की हालत बदहाल है. शिक्षक के साथ-साथ संसाधन का अभाव बना हुआ है. व्यवस्था को लेकर विभाग बेखबर बना हुआ है. सरकार की ओर से हर वर्ष करोड़ों खर्च के बावजूद हाइस्कूल में पढ़ने वाले वर्ग नवम से इंटर तक के छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है. उक्त हाइस्कूल में सोमवार को मैट्रिक के एक भी छात्र-छात्रा नहीं पहुंचे थे. वही गणित के अलावा विज्ञान विषयों के एक भी शिक्षक नहीं होने के चलते छात्र-छात्राएं क्लास करने नहीं आते हैं. कोचिंग व ट्यूशन करके कोर्स पूरा करने में लगे हुए हैं. इंटर की आयी थी सिर्फ छात्राइंटर में 135 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. इंटर कला में 111 व विज्ञान में 24 छात्र-छात्रा हैं. हालांकि दोनों को मिला कर कुल सीट 240 है. इंटर की कक्षा में मात्र 31 छात्राएं मौजूद थी. छात्र एक भी नहीं थे. सभी छात्राएं कला संकाय की थी. विज्ञान विषयों के शिक्षकों की बहाली नहीं है. इसी कारण छात्र-छात्राएं नहीं आते हैं. हद तो यह कि बिना शिक्षक की बहाली के हाइस्कूल प्रबंधन द्वारा विज्ञान संकाय में भी नामांकन कर लिया जाता है. इंटर में हिंदी, इतिहास, राजनैतिक शास्त्र व लेखा शास्त्र को छोड़ किसी विषय की पढ़ाई नहीं होती है. कंप्यूटर शिक्षा की व्यवस्था नहीं हाइस्कूल में कंप्यूटर शिक्षा की व्यवस्था नहीं हैं. यही कारण है कि न तो कंप्यूटर की खरीद की गयी है और न ही इससे संबंधित शिक्षक की बहाली. इंटर कला की छात्रा नेहा कुमारी, संध्या कुमारी व खुशबू कुमारी समेत अन्य ने बताया कि शिक्षक की काफी कमी है. पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति करने के लिए स्कूल चली आती हूं. कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं हैं. कहते हैं प्रधान शिक्षक प्रभारी प्रधान शिक्षक नौशाद आलम बताते हैं कि प्रतिदिन कक्षा नौ में 60 से 70 छात्र-छात्रा मौजूद रहते हैं. विज्ञान व गणित विषय के शिक्षक की बहाली नहीं होने के चलते इंटर व मैट्रिक के छात्र-छात्रा नहीं आते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें