बैरगनिया/सोनबरसा : सीमावर्ती नेपाल के मधेश क्षेत्र में जारी आंदोलन के 51 वें दिन रविवार को रौतहट जिले के औरईया गाविस में सैकड़ों आंदोलनकारी महिलाएं धरने पर बैठी और छोटी भंसार के पास नाकेबंदी कर आवागमन रोक दिया.
वहां 12 वें दिन भी मोरचा के कार्यकर्ता अनशन पर बैठे रहे.
वहीं गौर-बैरगनिया रोड में नो-मेंस लैंड पर बैठे संयुक्त लोकतांत्रिक मधेशी मोरचा एवं संघीय मधेशी मोरचा के कार्यकर्ताओं ने नाकेबंदी की. इससे दोनों ओर आवागमन बाधित हो गया. नेताओं ने कहा है कि सरकार वार्ता करना नहीं चाह रही है.
आंदोलन को दबाने की कोशिश हो रही है. संविधान में समान नागरिकता, एक मधेश एक प्रदेश, जनसंख्या के आधार पर निर्वाचन क्षेत्र का निर्धारण समेत सात सूत्री मांगों पर जब तक विचार नहीं किया जायेगा, आंदोलन जारी रहेगा.
कर्मचारी यूनियन ने किया विरोध प्रदर्शन
गौर में निजामनी कर्मचारी यूनियन द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री सुशील कोइराला, गृहमंत्री वामदेव गौतम एवं नेकपा एमाले के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली के विरोध में जम कर नारेबाजी की. उधर गौर के बड़हवा पुल के समीप पथरा के कुछ ग्रामीणों ने चंद्रनिगाहपुर के एक व्यापारी से 50 लीटर पेट्रोल छीन कर आग लगा दिया. उक्त व्यापारी भारतीय क्षेत्र से पेट्रोल लेकर आ रहा था.
आज निकलेगा कैंडल मार्च
मधेशी मोरचा के नेताओं ने आंदोलन की अगली कड़ी में सोमवार को कैंडल मार्च निकालने, मंगलवार को अर्ध नग्न प्रदर्शन करने तथा बुधवार से हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्णय लिया है. करीब 40 लाख लक्षित हस्ताक्षर को संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव वान की मुन को भेजा जायेगा. हस्ताक्षर के बाद उसे काठमांडू स्थित संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि को सौंपा जायेगा.