फोटो-21, चिकित्सालय भवन, 22, खाली पड़ी पशु चिकित्सक की कुर्सी शिवहर: जिले मे पशु चिकित्सा कार्यालयों की लचर व्यवस्था से लोग हलकान है. विभागीय कार्यालयों में जहां दवा का आभाव है, वहीं विभाग द्वारा करीब सात लाख रूपये मार्च माह में वापस किये गये है. चिकित्सक एवं कर्मी अपनी मरजी से कार्यालय आते हैं. जिससे पशु चिकित्सा की व्यवस्था लड़खड़ा गयी है. प्रभात खबर की टीम शनिवार को करीब 11:55 में कार्यालय में पहुंची तो जिला पशुपालन पदाधिकारी के कार्यालय में ताला लटका था. जबकि प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय शिवहर का कार्यालय खुला था. भ्रमणशील पशु चिकित्सक अनुपस्थित थे. वर्ग चार कर्मी रामचंद्र पासवान चिकित्सा की गाड़ी को ठेल रहे थे. गाय की चिकित्सा के लिए अस्पताल पहुंचे कटसरी निवासी सुशिल कुमार झा एवं गौ विकास योजना की जानकारी लेने आये गड़हिया निवासी मोख्तार आलम व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे थे. जबकि शिवहर वार्ड 9 निवासी मो जफरूल्लाह आक्रोश में दिख रहे थे. वे बकरे की चिकित्सा एवं दवा हेतु क ई दिनों से लौट रहे थे. मौके पर मौजूद कर्मी रामचंद्र ने बताया कि दोनों चिकित्सक पटना एक बैठक में गये हैं. जिला पशुपालन पदाधिकारी निलम कुमारी का मोबाइल बंद पाया गया. जबकि भ्रमणशील पशु चिकित्सक ने फोन रिसीव नहीं किया है.
पशु चिकित्सा की लचर व्यवस्था से लोग हलकान
फोटो-21, चिकित्सालय भवन, 22, खाली पड़ी पशु चिकित्सक की कुर्सी शिवहर: जिले मे पशु चिकित्सा कार्यालयों की लचर व्यवस्था से लोग हलकान है. विभागीय कार्यालयों में जहां दवा का आभाव है, वहीं विभाग द्वारा करीब सात लाख रूपये मार्च माह में वापस किये गये है. चिकित्सक एवं कर्मी अपनी मरजी से कार्यालय आते हैं. जिससे […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement