सीतामढ़ीः योजनाओं में गड़बड़ी की शिकायतें बराबर मिलती है. प्रशासन द्वारा शिकायतों की जांच करा कार्रवाई भी की जाती है. बावजूद संवेदक में कार्रवाई का खौफ नहीं हैं. हद तो यह है कि संवेदक जिला मुख्यालय डुमरा में गड़बड़ी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. वह भी खुलेआम और प्रशासन के नाक के नीचे. खास बात यह कि गड़बड़ी पर उनकी भी नजर पड़ती है, जिनके ऊपर निगरानी की जिम्मेवारी है, पर कतिपय कारणों से वे भी खामोश है.
क्या है पूरा मामला
नगर पंचायत, डुमरा स्थित विश्वनाथपुर चौक से जेल रोड जाने वाली सड़क में पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है. लोगों का कहना है कि उक्त पुलिया के एस्टिमेट में काला गिट्टी का उपयोग करने का प्रावधान किया गया है, जबकि उजला गिट्टी का उपयोग किया जा रहा है. नगर पंचायत अध्यक्ष रामनंदन मंडल भी स्वीकार करते है कि काला गिट्टी का हीं उपयोग करना है. उजला गिट्टी के उपयोग की जांच करा कार्रवाई की जायेगी. बता दें कि उक्त कार्य नगर पंचायत से हीं कराया जा रहा है. योजना की प्राक्कलित राशि 1.34 लाख है. बताया गया है कि नगर परिषद हो या नगर पंचायत डुमरा के स्तर से करायी जा रही करीब-करीब हर योजनाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठाया जा रहा है. एक संवेदक ने तो प्राक्कलन पर हीं सवाल उठा दिया है.
नाला निर्माण में दो नंबर की ईंट
नगर पंचायत से हीं जिला जज के आवास के समीप से अंबेदकर स्थल तक नाला निर्माण में कथित तौर पर दो नंबर के ईंट का उपयोग किया जा रहा है. लोगों का कहना हैं कि नाला का अब तक जो भी काम हुआ है, उसमें दो नंबर के ईंट का भी उपयोग किया गया है. वहीं कार्य स्थल पर भी करीब एक टेलर ईंट गिराया गया था, जो देखने में दो नंबर का हीं लग रहा था. इस बाबत पूछे जाने पर थानाध्यक्ष हरिश्चंद्र ठाकुर ने बताया कि वे दो नंबर के ईंट पर गौर नहीं कर पाये है. उन्होंने ईंट को देखा तो माना कि ईंट की क्वालिटी ठीक नहीं है. उन्होंने तुरंत संवेदक को तलब किया और ईंट की बाबत पूछताछ किया तो उसने बताया कि कैलाशपुरी का कोई व्यक्ति यह ईंट गिराया है, जो उठाव भी कर रहा है.
क्या कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी
इस बाबत पूछे जाने पर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी सुरेश ने बताया कि उजला गिट्टी के उपयोग की उन्हें जानकारी नहीं है. अगर ऐसी बात है तो वे कनीय अभियंता से बात करेंगे. जांच करा कार्रवाई की जायेगी.
कहते हैं सदर एसडीओ
उजला गिट्टी व दो नंबर के ईंट के उपयोग की बाबत सदर एसडीओ राजेश कुमार ने कहा कि संबंधित एजेंसी संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करेगी. अगर गड़बड़ी के बावजूद कार्रवाई नहीं होती है तब वे अपने स्तर से मामले को देख कार्रवाई करेंगे.