दरभंगा जिले के जाले प्रखंड की रहनेवाली थी तब्बसुम खातून
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पांच घंटे तक परिजनों ने किया हंगामा, जान बचाकर भागे चिकित्सक, नर्स व स्टाफ
दरभंगा जिले के जाले प्रखंड की रहनेवाली थी तब्बसुम खातून सीतामढ़ी : प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत को लेकर गुरुवार को सदर अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ. मृतका तब्बसुम खातून के परिजन को जैसे हीं मौत की जानकारी मिली, उक्त लोग प्रसव वार्ड के बाहर आपे से बाहर होकर हंगामा शुरू कर दिये. परिजन […]
सीतामढ़ी : प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत को लेकर गुरुवार को सदर अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ. मृतका तब्बसुम खातून के परिजन को जैसे हीं मौत की जानकारी मिली, उक्त लोग प्रसव वार्ड के बाहर आपे से बाहर होकर हंगामा शुरू कर दिये. परिजन डॉक्टर व कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. हंगामा बढ़ता देख अस्पताल में मौजूद डॉक्टर, एएनएम व अन्य स्टाफ इधर-उधर भाग निकले.
प्रसव वार्ड के बाहर हंगामा होते देख अस्पताल में मौजूद प्रबंधक विजय चंद्र झा आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. हंगामा होते देख अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शकील अंजुम भी वहां पहुंचे.
पांच घंटों तक पूरा अस्पताल परिसर हंगामें में डूबा रहा. सूचना मिलने पर नगर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार मिश्रा, सहायक दारोगा कलक्टर सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचकर गुस्साये परिजन को शांत किया. मृतका तब्बसुम खातून मूल रुप से दरभंगा जिले के जाले गांव निवासी मुन्ना कुरैशी की पत्नी थी. वह पुपरी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव स्थित मायके आयी थी, जहां प्रसव पीड़ा को लेकर पिता अयाज कुरैशी समेत अन्य परिजन सदर अस्पताल पहुंचा था. अहले सुबह लगभग 3.30 बजे उसे अस्पताल के प्रसव वार्ड में डिलिवरी के लिए भर्ती कराया गया था.
पिता के बयान पर नगर थाने में प्राथमिकी: नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतका के पिता के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. प्राथमिकी में नर्स व महिला स्वास्थ्यकर्मी पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है. आरोप है कि महिला चिकित्सक की गैर मौजूदगी में काम कर रहे नर्स व महिला स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही के कारण पुत्री की मौत हुई है. अनट्रेंड स्वास्थ्यकर्मी ने लापरवाही से प्रसव कराने की कोशिश की. वहीं पैसा नहीं देने पर मरीज पर ध्यान नहीं दिया, जिससे तब्बसुम व उसके बच्चे की मौत हो गयी.
महिला चिकित्सक समेत पांच से स्पष्टीकरण: प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत को लेकर सिविल सर्जन डॉ रवींद्र कुमार ने सदर अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक समेत पांच महिला कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछा है. इसमें महिला चिकित्सक डॉ दीपा सिंह के अलावा स्टाफ नर्स सुशीला जायसवाल, नीरा कुमारी, ममता कार्यकर्ता मीना कुमारी, गायत्री देवी शामिल है. पांचों से 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है.
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