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लाखों की प्रतिबंधित दवा बरामद

यूपी से गाड़ी में रखकर लायी जा रही थी कोरेक्स उत्तर प्रदेश से बिहार के अररिया लाया जा रहा था चालक समेत दो तस्कर गिरफ्तार छपरा/मांझी : उत्तर प्रदेश से बिहार लायी जा रही प्रतिबंधित दवा कोरेक्स की 12 सौ बोतल मांझी पुलिस ने जयप्रभा सेतु के एप्रोच मोड़ से बरामद करते हुए दो तस्कर […]

यूपी से गाड़ी में रखकर लायी जा रही थी कोरेक्स

उत्तर प्रदेश से बिहार के अररिया लाया जा रहा था
चालक समेत दो तस्कर गिरफ्तार
छपरा/मांझी : उत्तर प्रदेश से बिहार लायी जा रही प्रतिबंधित दवा कोरेक्स की 12 सौ बोतल मांझी पुलिस ने जयप्रभा सेतु के एप्रोच मोड़ से बरामद करते हुए दो तस्कर व चालक समेत वाहन को जब्त कर लिया है. यह बरामदगी वाहन चेकिंग के दौरान हुई है. थानाध्यक्ष प्रभाकर पाठक ने बताया कि सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश से बिहार एक गाड़ी से तस्कर दवा लेकर आ रहा है. सूचना पर जय प्रभा सेतु के एप्रोच पर वाहन चेकिंग लगायी गयी. इसी दौरान एक सादे रंग की गाड़ी को रोका गया.
वाहन की तलाशी के दौरान गाड़ी में रखे 48 पेटी कोरेक्स जब्त की गयी. चालक और दोनों तस्करों ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह दवा उत्तर प्रदेश के बनारस से बिहार के अररिया ले जायी जा रही थी. गिरफ्तार तीनों अररिया के रहने वाले बताये जा रहे हैं. जिसमें गुलाम मोहम्मद का पुत्र आफताब, बाल कृष्ण राय का पुत्र शुभम कुमार तथा लाल यादव का पुत्र सम्राट यादव उर्फ पिंटू शामिल है. गिरफ्तार तीनों के अलावा वाहन मालिक के विरुद्ध बिहार उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया गया. मांझी पुलिस द्वारा जब्त कोरेक्स की कीमत एक लाख 15 हजार दो सौ रुपये बतायी जाती है. एक सिरप की कीमत 96 रुपये है.
पांच माह पूर्व भी हुआ था बरामद : मांझी पुलिस द्वारा पांच माह पूर्व भी जय प्रभा सेतु के एप्रोच मोड़ से एक इंडिका कर से 12 सौ पीस कोरेक्स और 320 पीस इस्कफ सिरप बरामद किया था. वह उत्तर प्रदेश से बिहार के अररिया ले जायी जा रही थी. उस गाड़ी में चालक के अलावा कोई नहीं था.
जय प्रभा सेतु तस्करों के लिए सेफ : यूपी और बिहार को जोड़ने वाला जय प्रभा सेतु तस्करों के लिए सबसे सेफ रास्ता माना जाता है. इस रास्ते को तस्कर सबसे सेफ मानते हैं.
हुए तस्करी का काम करते हैं. इस बॉर्डर पर परिवहन विभाग का चेक पोस्ट नहीं है. जिसके चलते आसानी से इसका लाभ तस्कर उठाते हैं.
नशे के लिए किया जाता है इस्तेमाल
जानकारों का कहना है कि शराब के बदले में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. एक सिरफ पीने से नशा होता है. बिहार के अररिया, पूर्णिया, किशनगंज के इसका प्रयोग काफी मात्रा की किया जाता है. यह दवा उत्तर प्रदेश से कई रास्तों के द्वारा लक्जरी वाहनों से तस्करी की जाती है.
100 से लेकर 150 में बिकती है एक सिरप
जब्त दवा बाजार में 100 से लेकर 150 रुपये में बिकती है एक सिरफ. सिरप पर अंकित मूल्य पर से 20 प्रतिशत कम में खरीद कर तस्करों द्वारा खरीदा जाता है. इस दवा में कोडीन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है. जो पीने से नशा सबसे अधिक होता है.

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