दाउदपुर (मांझी) : प्रखंड के दुधैला गांव स्थित काली मंदिर परिसर में ग्रामोत्थान में शराबबंदी का योगदान विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में अपना विचार व्यक्त करते हुए मुख्य अतिथि महावीर कैंसर संस्थान पटना के डॉ सुमन कुमार वर्मा ने कहा कि कोई भी नशापान हमारे जीवन ही नहीं पूरे समाज के लिए घातक है. शराब, पान-बीड़ी, गुटखा आदि भयंकर बीमारियों की जनक है. इसके सेवन से नुकसान के सिवा कुछ हासिल नहीं होता.
बिहार में नशाबंदी के पक्ष में जो एकजुटता लोगों ने दिखाई है, उसका प्रभाव आने वाले दिनों में निश्चित रूप से देखने को मिलेगा. आगे आने वाली पीढियां नशा-मुक्त होगी और हमारे गांव व समाज में खुशहाली का मार्ग प्रशस्त होगा. अपना विचार प्रकट करते हुए जिज्ञासा संसार पत्रिका के पत्रकार डॉ पीएस दयाल यति ने कहा कि नशा ने तो समाज और गांव को प्रभावित किया ही है. अशिक्षा भी पिछड़ेपन का एक मूल कारण है. जब तक हमारा समाज पूर्ण रूप से शिक्षित नही होगा, विकास की रफ्तार तेज नही होगी. गांव के लोग मिल कर बहुत सारी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आज भी बहुत से गांव बिजली,
पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. जन-प्रतिनिधियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. जिला पार्षद विजय प्रताप सिंह चुन्नू ने कहा कि सरकार स्मार्ट सिटी बनाने की बात कर रही है. अगर हम सभी छोटे-बड़े जन-प्रतिनिधि मिल कर काम करें तो लोगो के सहयोग से स्मार्ट गांव बना सकते हैं. विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी ओमप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि हमारे क्षेत्र के अभी तक जितने बड़े प्रतिनिधि हुए हैं, सबने केवल सब्जबाग दिखाये हैं. जनता की तकलीफों को करीब से समझने की कोशिश नहीं की. मुखिया प्रमोद सिंह, कन्हैया यादव आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का संचालन अमित कुमार और धन्यवाद ज्ञापन मुखिया पति सुभाष ठाकुर ने किया.