छपरा (सारण) : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-सीवान रेलखंड पर स्थित दाउदपुर स्टेशन के पास टूटी पटरी पर छपरा-गोरखपुर इंटरसिटी ट्रेन दौड़ गयी. घटना मंगलवार की सुबह की है. टूटी पटरी से दौड़ी ट्रेन दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बच गयी है. यह महज संयोग है कि ट्रेन सही सलामत आगे बढ़ गयी है. ट्रेन पास होने के बाद पटरी टूटे होने की सूचना मिली. इसकी सूचना ट्रैक मैन ने स्टेशन मास्टर को दी.
स्टेशन मास्टर ने तत्काल इसकी कंट्रोल को दी और ट्रेनों का परिचालन कॉसन पर शुरू किया गया है. स्टेशन मास्टर पीके राठौर ने बताया कि रेलवे ट्रैक की मरम्मती के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है. हालांकि आज पटरी की मरम्मती का कार्य शुरू नहीं किया गया है. स्टेशन मास्टर के अनुसार अप रेलवे ट्रैक 344 नंबर खंभा के पास पहले से टूटा हुआ था जिस पर सेफ्टी प्लेट लगाकर ट्रेनों का परिचालन हो रहा था. अचानक रात में सेफ्टी प्लेट भी टूट गया. दाउदपुर स्टेशन के आस-पास 6 माह के अंदर 10 बार से अधिक रेल पटरी टूटने की घटना हो चुका है और हादसा टल गया है. छपरा-सीवान रेलखंड पर लगातार रेलवे ट्रैक टूटने की हो रही घटनाओं से ट्रेनों के परिचालन में सुरक्षा व संरक्षा प्रभावित हो रही है. एक माह पहले 5 अगस्त को दाउदपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक टूट गया था जिससे ट्रेन दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बची थी.
इसके पहले 28 जुलाई को भी दाउदपुर स्टेशन के रेलवे ट्रैक टूट गया जिससे वहां दुर्घटना का शिकार होने से लिच्छवी एक्सप्रेस बची थी. ट्रैक मैन तथा गैंग मैन की कमी के कारण रेलवे ट्रैक के अनुरक्षण का कार्य समुचित ढंग से नहीं हो रहा है. आमतौर पर गरमी तथा ठंड के मौसम में रेलवे ट्रैक फैलने और सिकुड़ने से क्रेक हो जाती है, लेकिन बरसात के मौसम में रेलवे ट्रैक टूटने की घटनाओं ने रेल प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. सबसे चिंताजनक बात यह है कि टूटी हुई रेल पटरी को बदला नहीं जा रहा है. सेफ्टी प्लेट लगाकर लंबे समय तक ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है.