छपरा (सदर) : सारण जिला पर्षद के उपाध्यक्ष के चुनाव में विजयी खेमा का एकमात्र उद्देश्य जिप अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाने व अपने खेमे के उम्मीदवार को इस पद पर आसीन करना है
यही नहीं, सभी 24 पार्षदों को हर हाल में एकजुट रखने के लिए उपाध्यक्ष के स्वागत समारोह के बहाने विभिन्न पार्षदों के यहां बारी-बारी से भोज भी चल रहा है. इसमें पार्षद सूत्रों की माने तो उस पूरे मुहिम में परोक्ष रूप से कुछ पार्षदों के पति हर तरह के सहयोग कर रहे हैं, जिससे एकजुटता बनाये रखते हुए वर्तमान अध्यक्ष को अपदस्थ किया जा सके.
* छह पार्षद उपाध्यक्ष गुट में
पूरे जिला पर्षद में 46 पार्षद हैं. इनमें अध्यक्ष पद अति पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित है. अति पिछड़ी के कुल नौ पार्षदों में से छह पार्षद उपाध्यक्ष गुट में हैं, जबकि तीन अध्यक्ष मेहनाज खातून गुट में है. ऐसी स्थिति में उपाध्यक्ष गुट वर्तमान में पूरी तरह सक्रिय है. परोक्ष रूप से राजनीतिक सहयोग के कारण भी इस गुट के हौसले बुलंद हैं. उधर, अध्यक्ष मेहनाज खातून के अलावा अति पिछड़ी जाति के शमीम अहमद तथा आलम आरा हैं.
* सांसद पर टिकीं निगाहें
जिला पर्षद अध्यक्ष मेहनाज खातून व उनके समर्थक पार्षदों की नजरें अविश्वास प्रस्ताव का सामना करते हुए अविश्वास प्रस्ताव को सफल नहीं होने देने की है.
इसके लिए जिला पर्षद सूत्रों के अनुसार, अध्यक्ष महाराजगंज सांसद प्रभुनाथ सिंह की शरण में जा चुकी हैं. अध्यक्ष को पूरी तरह एहसास है कि यदि सांसद प्रभुनाथ सिंह का आशीर्वाद का मिला तो वे अपनी कुरसी बचाने में कामयाब हो सकती हैं.
* स्वागत समारोह के बहाने चल रहा भोज
* महिला पार्षदों के पतियों का हर तरह से मिल रहा सहयोग
* अध्यक्ष गुट की नजरें सांसद प्रभुनाथ सिंह की ओर